मध्य प्रदेश के रीवा में बीती शाम बड़ा हादसा हो गया है। यहां एक 6 साल का मासूम बच्चा खेलते – खेलते 160 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा। हादसे के बाद करीब 17 घंटे से बच्चे का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बता दें कि शुक्रवार शाम से ही मौके पर करीब 8-10 जेसीबी खुदाई कार्य में जुटी हैं। फिलहाल, अबतक बच्चे को बाहर नहीं निकाला जा सका है। रीवा जिले में रात में हुई बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही थी। जानकारी के अनुसार, अभी तक बच्चे की कोई मूवमेंट नहीं दिखाई दी है। बताया जा रहा है कि बच्चा करीब 60 फीट गहराई में फंसा है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि एक पाइप के माध्यम से बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति कर दी गई है। बच्चे की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक सीसीटीवी कैमरा भी बोरवेल के भीतर भेजा गया। फिलहाल कैमरा बच्चे के नजदीक तक नहीं पहुंच सका है। बताया जा रहा है कि बोरवेल करीब 160 फीट गहरा है, जिसमें करीब 60 फीट गहराई में बच्चा फंसा है।
खोदा जा रहा है गड्डा
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे अधिकारियों का कहना है कि बच्चे को बचाने के लिए बोरवेल के नजदीक एक गड्ढा खोदा जा रहा है। एनडीआरएफ की एक टीम को वाराणसी से भी रेस्क्यू के लिए बुलाया गया है। बेमौसम बारिश के कारण भी बच्चे को बचाने के अभियान में काफी दिक्कत आ रही है।
खेत में खुला था बोरवेल
छह साल का मयूर पिता विजय आदिवासी शुक्रवार की शाम खेत पर अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी वह खेलते-खेलते खुले में बोरवेल के पा पहुंच गया औऱ उसमें गिर गया। जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अफसरों और रेस्क्यू टीम बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन चला रहे हैं।
60 फीट गहरे बोरवेल में गिरा 6 साल का बच्चा
बताया जा रहा है कि हादसा उस समय हुआ जब 6 साल का मासूम मयंक पिता विजय कोल खेलते-खेलते खुले खेत में स्थित खुले बोरवेल में जा गिरा। मयंक यहां अन्य बच्चों के साथ गेहूं की बालियां बीनने आया था। घासफूस के बीच बोरवेल नजर नहीं आया और वो उसमें जा गिरा। रेस्क्यू टीम ने देर रात तक बच्चे के पास पाइप के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई पहुंचा दी थी।
17 खंटे से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
सुबह 8 बजे तक 30 फीट से अधिक खुदाई की जा चुकी है। हालांकि, बच्चे की लोकेशन बोरवेल की अधिक गहराई में होने के कारण कैमरा ज्यादा अंदर तक नहीं जा सका है। यही कारण है कि बोरवेल का अंदर का विजन स्पष्ट नहीं मिल पा रहा है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को मयंक अपने पिता विजय कोल के साथ केत गया था। यहां आसपास रहने वाले अन्य बच्चों के साथ वो खेत में बालें बीनने आ गया। लेकिन, अचानक घांस में ढंके खुले बेरवोल में जा गिरा। हादसे के तुरंत बाद ही मयंक के साथ मौजूद अन्य बच्चों ने शोर मचाना शुरु कर दिया। तभी मयंक के पिता समेत अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आनन फानन में पुलिस प्रशासन को घटना की सूचना दी गई।