लोकसभा चुनाव के लिए होने वाली वोटिंग से पहले इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस ‘इंडिया गठबंधन’ ने चुनाव आयोग के सामने कुछ मांगें रखी हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई इंडिया की रैली में विपक्षी नेताओं ने कहा कि चुनाव आयोग को इलेक्शन के लिए सभी को एक समान मौके देना चाहिए। विपक्ष ने कहा कि चुनावी हेराफेरी रोकने के लिए इलेक्शन कमीशन (EC) को एक्शन भी लेना चाहिए। रामलीला मैदान में विपक्षी ताकत दिखाते हुए आयोजित हुई महारैली में पांच सूत्री मांगों को रखा गया।
इंडिया गठबंधन ने चुनाव आयोग के सामने रखी ये 5 सूत्री मांगें
प्रियंका गांधी ने ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ के मंच से जनता को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग से पांच सूत्री मांगें रखी।
पहली मांग रखते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग को लोकसभा चुनाव में सभी दलों को एक समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए।
दूसरी मांग में प्रियंका ने कहा कि चुनाव में हेराफेरी के मकसद से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों के जरिए कार्रवाई की जा रही है। EC को एजेंसियों के एक्शन को रोकना चाहिए।
तीसरी मांग के बारे में बताते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को तुरंत रिहा किया जाए।’चौथी मांग रखते हुए प्रियंका ने कहा कि चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटा जा रहा ह। इस तरह की कार्रवाई पर भी तुरंत रोक लगानी चाहिए।
पांचवीं मांग का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral bonds) का इस्तेमाल कर बीजेपी के जरिए बदले की भावना, जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन होना चाहिए।