सदस्यता के लिए आए मिसकॉल पर अब बीजेपी ‘कॉलबैक’ करेगी। मई में शुरू हो रहे बीजेपी के महाजनसंपर्क अभियान के तहत पार्टी घर-घर जाकर नए सदस्यों से एक प्रोफोर्मा भरवाएगी। इसमें नाम, पता, जाति के साथ ही सदस्यों की रुचि का कॉलम खास तौर से शामिल किया गया है। यूपी में 1.80 करोड़ सदस्य बनाने का पार्टी दावा कर चुकी है।
इस अभियान के जरिए बीजेपी एक साथ कई मोर्चे साधने की तैयारी में है। व्यक्तिगत प्रोफार्मा भरवाकर एक तो पार्टी सदस्यता का वास्तविक सत्यापन कर सकेगी। दूसरा 1.80 करोड़ फोन नंबर के जरिए हर गांव या बूथ तक पार्टी अपनी बात मिनटों में पहुंचा सकेगी। इसमें चुनाव के समय पीएम मोदी के संदेश और फोन कॉल तक शामिल हैं। जाति के आंकड़े चुनावी गणित के काम आएंगे। दिलचस्प यह है कि पार्टी ने पहली बार प्रोफार्मा में पसंद का कॉलम शामिल किया है। इसके जरिए कोशिश नए सदस्य का ‘सोशल टेस्ट’ जानने की है। जो सदस्य उन्हें मुफीद लगेगा, उसे मोदी के नमामि गंगे, स्वच्छता, बेटी बचाओ सहित दूसरे अभियानों को आगे बढ़ाने के काम में लगाया जाएगा।
ताकि जमीन पर दिखे असर
आंदोलनों और आयोजनों को लेकर भी बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। संगठन मंत्री सुनील बंसल के मुताबिक अब पार्टी की नजर गांव और क्षेत्र में पहुंचने पर है इसलिए छोटे-छोटे आंदोलनों और अभियानों की रूपरेखा तय की जा रही है। संगठन से जुड़े एक वरिष्ठ नेता बताते हैं कि 300 से अधिक विधानसभाओं में 200 से लेकर 1000 लोगों तक के प्रदर्शन हुए। बड़े फलक पर भले ही यह असरकारी नहीं दिखे लेकिन जनता के बीच पहुंच बनाने में इससे मदद मिली। लोकसभा चुनाव में भले ही हमें बड़ी जीत मिली लेकिन यह सही है कि संगठन को खड़ा करना और गांव में कार्यकर्ता और नेतृत्व तैयार करना अब भी हमारी चुनौती है।
“महाजनसंपर्क अभियान में हम लोगों की रुचि भी जानेंगे। राजनीतिक और सामाजिक सोच दोनों का ही समन्वय जरूरी है। पसंद पता रहेगी तो कार्यकर्ता की उसके अनुसार भूमिका तय करने में आसानी होगी।” -लक्ष्मीकांत वाजपेयी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी