Tuesday, September 23

चाचा की पेंशन के लिए भतीजे की गांधीगिरी

विदिशा. शिक्षा विभाग से रिटायर हुए शिक्षक को सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते पेंशन नहीं मिल पा रही है। 13 सालों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी उसे पेंशन नहीं मिली, अब शिक्षक का स्वास्थ्य खराब होने पर उनके परिजन चक्कर लगा रहे हैं। रिटायर शिक्षक के भतीजे ने गांधी गिरी का रास्ता अपनाते हुए गांधी प्रतिमा के पास मौन व्रतकर धरना दिया।

13 साल से पेंशन के लिए भटक रहे

चाचा की पेंशन के लिए गांधी गिरी का रास्ता अपनाने वाले भतीजे शिवम चौहान ने बताया कि वे एक बार जनसुनवाई में अर्धनग्न होकर जा चुके हैं और अधिकारियों को अपनी बात भी बता चुके हैं लेकिन इसके बावजूद उनके चाचा की पेंशन शुरु नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि उनके चाचा शिक्षक थे और रिटायर्ड होने के बाद 13 साल से पेंशन के लिए सरकारी दफ्तरों और अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।

चाचा की तबीयत बिगड़ी तो भतीजे ने शुरु की ‘लड़ाई’
भतीजे शिवम दुबे ने आगे बताया कि पेंशन के लिए दफ्तरों के चक्कर काट काटकर चाचा की तबीयत अब बिगड़ने लगी है इसलिए उसने चाचा की पेंशन की लड़ाई लड़ना शुरु की है। वो कई बार जनसुनवाई में जा चुका है और बीते दिनों अर्धनग्न होकर जनसुनवाई में भी गया था। तब अधिकारियों ने एक महीने में पेंशन जारी करने की बात कही थी लेकिन अभी तक पेंशन जारी नहीं की गई है।