श्रीनगर. पाकिस्तान का झंडा फहराने और भारत के खिलाफ नारेबाजी पर अलगाववादी नेता मसरत आलम की गिरफ्तारी के बाद जम्मू-कश्मीर में अन्य अलगाववादी नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। शुक्रवार को पुलवामा जिले के त्राल में विरोध-प्रदर्शन का मोर्चा हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारुख ने संभाला। प्रदर्शनकारियों ने श्रीनगर से त्राल के बीच मार्च निकालने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की। पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। 14 लोगों के घायल होने की खबर है।
बता दें कि मसरत की गिरफ्तारी के अलावा सैयद अली शाह गिलानी को नजरबंद किया जा चुका है। दोनों त्राल में होने वाले प्रदर्शन में जाने वाले थे। सोमवार को त्राल में सेना के एनकाउंटर में दो लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों का दावा है कि सेना ने इन दोनों को फर्जी एनकाउंटर में मार दिया। इसी वजह से ही यह प्रदर्शन रखा गया था।