Saturday, October 18

सुस्त पड़ा ‘INDIA’ गठबंधन, कांग्रेस के लिए पांचों राज्यों के चुनाव अहम, ​परिणाम के बाद बढ़ेगी सरगर्मी

लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए से मुकाबले के लिए बना विपक्ष का इंडिया गठबंधन इन दिनों सुस्त पड़ा है। वजह यह है कि अभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। इंडिया गठबंधन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कांग्रेस पर गठबंधन में दिलचस्पी नहीं दिखाने के आरोप के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनसे बात की लेकिन गठबंधन की आगे की गतिविधियों को लेकर संशय बरकरार है। इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश मध्य प्रदेश चुनाव में कांग्रेस से सीट शेयरिंग चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं होने पर नाराज दिख रहे हैं। नीतीश और अखिलेश गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट शेयरिंग पर जल्द फैसला चाहते हैं।

दो महीने पहले हुई गठबंधन की मीटिंग

मुंबई में करीब दो महीने पहले इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी जिसमें पांच कमेटियों का गठन किया गया था। इसके बाद दो कमेटियों की दो-दो बैठकें भी हुई और आगे की कार्ययोजना तैयार की गई। इस बीच राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम व तेलंगाना के विधानसभा चुनाव घोषित हो गए। इन पांचों राज्यों में कांग्रेस मजबूत है और उसके लिए यह चुनाव बेहद अहम है। ऐसे में कांग्रेस ने चुनावों को तरजीह देते हुए इंडिया गठबंधन की गतिविधियों को ठप कर दिया।

सचिवालय शुरू नहीं हुआ, संयुक्त रैली भी अटक गई

इंडिया गठबंधन के साझेदार दलों में समन्वय के लिए समन्वय कमेटी बनाई गई थी। इसकी दो बैठकें भी हुईं और भोपाल में संयुक्त रैली करने पर सहमति बनी। इसी बीच सनातन धर्म पर बयान से विवाद हो गया और मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भोपाल रैली को निरस्त करवा दिया। इसके बाद इस कमेटी की कोई बैठक नहीं हुई। संयुक्त रैली की जगह व तारीख तय नहीं हो सकी। गठबंधन का सचिवालय शुरू करने, लोगो बनाने व समन्वयक घोषित करने का काम भी अधूरा रह गया।

कागजों तक सीमित कमेटियांः गठबंधन ने समन्वय, कैंपेन, सोशल मीडिया, मीडिया और रिसर्च के लिए कमेटियां बनाई थी। पिछले डेढ़ महीने से इन सभी कमेटियों की कोई बैठक नहीं हुई है जिसके चलते यह कागजों तक सीमित है।

फेविकोल साबित होंगे विस चुनाव : कांग्रेस

कांग्रेस नेता विधानसभा चुनाव नतीजों को घटक दलों को जोड़ने के लिए फेविकोल बता रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय के समन्वयक व राज्य सभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन का कहना है कि गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्र स्तर पर है। पांच राज्यों में भाजपा व क्षेत्रीय दलों से कांग्रेस का मुकाबला है। हम सभी राज्यों में सरकार बनाने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव से छह महीने पहले इन चुनावों को गंभीरता से लेना जरूरी है।

गंठबंधन में शामिल दलों और कांग्रेस की सोच में कहां है फर्क?

1- राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, तेलंगाना और मिजोरम के चुनाव कांग्रेस के लिए काफी महत्त्वपूर्ण हैं और पार्टी ने अपनी पूरी ताकत इन राज्यों में लगा रखी है।

2- ‘इंडिया’ गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए किया गया है। सपा और आप जैसे दल विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खिलाफ लड़ रहे हैं।

3- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का कहना है कि सबसे मुश्किल काम आम आदमी पार्टी से गठबंधन करना है। कांग्रेस की पंजाब इकाई इसके पुरजोर विरोध में है।

4- कांग्रेस विधानसभा चुनाव परिणाम का इसलिए इंतजार कर रही है कि उसके नतीजे इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर उसकी बार्गेनिंग पॉवर बढ़ा सकते हैं।

5- जदयू और सपा जैसे दल भी नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस की बार्गेनिंग पॉवर बढ़े, क्योंकि ऐसा होने पर बिहार और यूपी में उन्हें दिक्कत होगी।