तेलंगाना में 3 नवंबर को विधानसभा चुनाव है। सरकार बनाने के लिए सभी पार्टियों के बड़े-बड़े नेता प्रचार में जुटे हैं। अभी तक तो यहां कांग्रेस और बीआरएस के बीच सीधी टक्कर दिखाई दे रही है। लेकिन बीजेपी ने टाइगर राजा सिंह का निलंबन वापस लिया तो इसका प्रभाव उनके पक्ष में दिखाई दे रहा है। इसी बीच राजनीतिक विश्लेषकों ने कयास लगाना शुरू कर दिया है कि ओवैसी के कारण यहां बीजेपी को फायदा और कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। इन आरोपों पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “कहते हैं कि जहां औवैसी लड़ता है, वहां बीजेपी को फाय़दा होता है तो क्या अमेठी में औवेसी की रूह जाकर चुनाव लड़ी थी। जो वहां राहुल गांधी की हार हो गई। 2019 में 185 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस का मुकाबला था मतलब इजराइल वर्सेस इजरायल का मुकाबला था।”
राहुल ने ओवैसी पर क्या आरोप लगाया
चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कहा, “तेलंगाना में कांग्रेस और बीआरएस के बीच चुनावी मुकाबला है। हमने यहां बीजेपी को हरा दिया है, लेकिन याद रखें, बीजेपी चाहती है कि तेलंगाना में बीआरएस जीते। ये दोनों एक साथ काम कर रहे हैं। यहां तक कि AIMIM भी उनके साथ है। संसद भवन में बीआरएस ने वही किया जो भाजपा चाहती थी। बीआरएस ने कृषि बिल और जीएसटी में बीजेपी का समर्थन किया। तीनों पार्टियां कांग्रेस को हराने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।”
ओवैसी ने दिया करारा जवाब
“जैसा कि अनुमान लगाया गया था कि राहुल बाबा का ‘बी-टीम’ रोना शुरू हो गया है। उन्होंने अपनी अमेठी सीट बीजेपी को क्यों गिफ्ट कर दी? और अगर बीजेपी के पास यहां ‘बी-टीम’ है तो तेलंगाना में बीजेपी इतनी कमजोर क्यों है? बाबा को एक सेफ सीट खोजने के लिए वायनाड क्यों जाना पड़ा? चुनाव में तेलंगाना विधानसभा में जितनी सीटें बीजेपी-कांग्रेस RSS गठबंधन जीतेगा, उससे ज्यादा सीटें मेरी रॉयल इनफील्ड के पास हैं।”
कांग्रेस पर जमकर साध रहे निशाना
एक चुनाव प्रचार के दौरान ओवैसी ने कहा, ‘जब मैं कह रहा था कि मुस्लिम महिलाओं को आरक्षण दो, तब न तो मोदी और ही न अमित शाह या राहुल गांधी कुछ बोले। हमने दो वोट इस महिला बिल के खिलाफ वोट डाले। हमारे अध्यक्ष ओम बिरला हैं। उन्होंने कहा कि आप अपना बिल मूव करोगे तो मैंने कहा कि मैं करूंगा और अल्लाह मेरे साथ हैं। कांग्रेस तो पहले से ही मेरी तकरीर से परेशान थी। मुस्लिम और ओबीसी महिला को भी आरक्षण में शामिल करना चाहिए तो कांग्रेस का सिर चरका गया। जब मोशन पास किया जो बीजेपी वाले बोले कि पीएम साहब बैठे हैं तो हमने कहा कि पीएम ही तो हैं बादशाह सलामत नहीं है।’
कांग्रेस ने खेली सिखों के खून से होली, बीजेपी के साथ है यह पार्टी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ ने आगे कहा, “कांग्रेस के लोग कह रहे थे कि हमारे बेचारे नेता बैठे हैं तो हमने कहा कि क्या हम बेचारे नहीं हैं। तीन- चार घंटे वोटिंग चली और चार सौ वोट एक तरफ और हमारे दो वोट एक तरफ। इससे स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी और कांग्रेस एक ही तरफ हैं। 84 में इंदिरा गांधी का कल्त हुआ तो उसके बाद सिखों के खून से होली नहीं खेली गई थी, वो किसके जमाने में हुआ था। क्या बूटा सिंह ने शिलान्यास नहीं किया था और आपके पिता पीएम नहीं थे क्या राहुल गांधी।’