पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री ज्योति मलिक को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को मलिक के आवास सहित 12 ठिकानों पर पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा। इसके बाद ये कार्रवाई अमल में लाई गई है। मलिक ममता सरकार में वन मंत्री हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने राशन घोटाले के आरोप में मलिक को गिरफ्तार किया है। इस राशन घोटले में करोड़ों रुपए की हेराफेरी का आरोप है।
ज्योतिप्रिय मलिक वन मंत्री बनने से पहले खाद्य मंत्री का कार्यभार संभाल रहे थे। इस गिरफ्तारी पर मलिक ने कहा है कि वह गहरी साजिश का शिकार हुए हैं। ईडी कथित तौर पर करोड़ों रुपये के राशन घोटाले की जांच कर रही है। ममता सरकार के मंत्रियों के लिए गिरफ्तारी नई बात नहीं है। इससे पहले भी ममता सरकार के मंत्रियों पर छापेमारी और गिरफ्तारी चलती रही है।
तीन साल में तीन कंपनी
प्रवर्तन निदेशालय ने इससे पहले राशन घोटाले के आरोप में चावल मिल मालिक बकीबुर रहमान को गिरफ्तार किया था। 2004 में एक चावल मिल मालिक के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले रहमान ने तीन साल में ही तीन कंपनी खड़ी कर ली थी। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार रहमान ने शेल कंपनियों की श्रृंखला खोली और पैसे निकाले थे।