अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल पर हमास के आतंकी हमले को भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आइएमईईसी) से जोड़ा है। इस कॉरिडोर की घोषणा हाल में नई दिल्ली में आयोजित जी20 सम्मेलन के दौरान भारत, अमरीका, सऊदी अरब, यूएई, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपियन यूनियन की ओर से संयुक्त रूप से की गई थी। इस कॉरिडोर के का लक्ष्य पूरे क्षेत्र को एक व्यापक रेल और समुद्री मार्ग नेटवर्क के माध्यम से जोड़ना है। यह कॉरिडोर एक तरफ खाड़ी क्षेत्र से भारत को जोड़ता है, वहीं इसका उत्तरी कॉरिडोर खाड़ी क्षेत्र को यूरोप से जोड़ता है।
कॉरिडोर का काम छोड़ नहीं सकतेः बाइडन
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ वाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए बाइडन ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमास ने जिन कारणों से इजरायल पर हमला किया है, यह उनमें से एक है। मेरे पास इसका कोई सबूत नहीं है, बस मेरी अंतरात्मा यह कहती है। यह हमला उस प्रगति में रोड़ा डालने के लिए है जो हम इजराइल के क्षेत्रीय एकीकरण और समग्र रूप से क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में कर रहे हैं। बाइडन ने जोर देकर कहा कि हम इस काम को पीछे नहीं छोड़ सकते।
बाइडन ने क्षेत्र के सभी नेताओं से की है बात
यह दूसरा मौका है जब बाइडन ने पिछले एक सप्ताह से कम समय में मध्यपूर्व कॉरिडोर को हमास के हमले का एक संभावित कारण बताया है। गौरतलब है कि इस कॉरिडोर को चीन के बेल्ट और रोड इनीशिएटिव के विकल्प की तरह देखा जा रहा था। बाइडन ने कहा, उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस, मिस्र के राष्ट्रपति सिसी, जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति अब्बास समेत क्षेत्र के कई नेताओं से पिछले दिनों बात की है। बेहतर भविष्य को देखते हुए क्षेत्र के व्यापक एकीकरण और इजरायल को साथ लेकर चलने के बारे में यहां लोगों में जबरदस्त उम्मीदें हैं और फिलिस्तीनी लोगों की आकांक्षाएं भी इस भविष्य को हिस्सा होंगी।
इजरायल ने किया जमीनी हमला
यूएन समेत अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के सभी प्रयासों की विफलता के बीच गाजा-इजरायल संघर्ष के थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इजरायल ने दावा किया है कि उसने टैंकों और सैन्य टुकड़ी की मदद से गाजा में एक सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए कई हमास के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसमें कई आतंकी मारे गए। दूसरी गुरुवार को गाजा की ओर से भी तेल अवीव समेत कई अन्य इजरायली शहरों पर बड़ी मात्रा में रॉकेट से हमला किया गया है। इजरायल के कई शहरों में गुरुवार को सायरन गूंजते रहे।
युद्ध से जुड़े कुछ अपडेट
– इजरायल-गाजा युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमरीका और रूस के द्वारा लाए गए दो प्रस्ताव गिर गए। अमरीका के प्रस्ताव में हमास को हथियार आपूर्ति रोकने पर जोर दिया गया था, जबकि रूस के प्रस्ताव में सीज फायर पर तवज्जो थी।
– रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि हमास-इजरायल का संघर्ष मध्य पूर्व से बाहर फैल सकता है। क्रेमलिन में विभिन्न धार्मिक नेताओं से बातचीत करते हुए पुतिन ने कहा, निर्दोष महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों को अन्य लोगों के अपराधों के लिए दंडित किया जाना गलत है।
– मलेशिया ने कहा कि वह इजरायल को युद्ध अपराधों के लिए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में ले जाएगा।
– अमरीका ने कहा है कि वह इजरायल को दो और आयरन डोम रक्षा प्रणालियां निर्यात करेगा।
– इजरायल के विदेश मंत्री ने यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस के साथ अपनी मीटिंग रद्द कर दी है। साथ ही इजरायल ने गुटेरस से बयान के लिए माफी की मांग की है।
– युद्ध शुरू होने के बाद से पहली बार ईरान समर्थित हिजबुल्लाह, हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) के नेताओं ने लेबनान की राजधानी बेरुत में पहली आधिकारिक बैठक की। ईरानी टेलीविजन में दिखाई गई खबर के अनुसार, बैठक में इजरायल के ऊपर जीत के लिए तीनों में बेहतर समन्वय की जरूरत रेखांकित की गई।