विदिशा. भाजपा ने अपनी बहुप्रतीक्षित पांचवीं सूची जारी कर जिले की शेष रह गई चार सीटों में से तीन पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, लेकिन विदिशा सीट को फिर होल्ड पर रख दिया। अब तक घोषित विदिशा जिले की चार सीटों में से भाजपा ने अपने पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताया है। सिरोंज से मौजूदा विधायक उमाकांत शर्मा पहले ही प्रत्याशी घोषित हो चुके थे। अब कुरवाई से मौजूदा विधायक हरिसिंह सप्रे को फिर मौका दिया गया है। जबकि गंजबासौदा और शमशाबाद की दोनों महिला विधायकों के टिकट काटकर भाजपा ने दोनों ही जगह अपने पूर्व विधायकों को मौका दिया है।
शमशाबाद से पूर्व मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा और गंजबासौदा से पूर्व विधायक हरिसिंह रघुवंशी उम्मीदवार बनाए गए हैं। अब तक घोषित चार सीटों में से भाजपा ने जिले में किसी भी महिला को उम्मीदवारी नहीं दी है। इससे पहले कांग्रेस जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, इनमें कुरवाई से महिला प्रत्याशी के रूप में रानी अहिरवार को मौका दिया गया है। विदिशा सीट को लेकर भाजपा संगठन अब भी एकमत नहीं दिखा है।
शमशाबाद विधानसभा
भाजपा : सूर्यप्रकाश मीणा
उम्र : 58 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : दो बार विधायक रहे, पूर्व मंत्री हैं, भाजपा जिलाध्यक्ष रहे। पार्टी में जमीनी स्तर के नेता होने के साथ ही सीएम का विश्वास जीतने में भी सफल रहे हैं।
ताकत
पहले भी दो विधानसभा चुनावों में चुनाव लड़ने का है अनुभव।
मीणा समाज बाहुल्य क्षेत्र होने का मिलेगा लाभ, समाज और कार्यकर्ताओं में है अच्छी पैठ।
मुख्यमंत्री से नजदीकी और अन्य नेताओं से भी तालमेल, शहरी क्षेत्र में व्यापारी व हर वर्ग में पकड़।
कमजोरी
प्रदेश सरकार में मंत्री पद पर रहे हैं, लेकिन विकास के मुद्दों को लेकर जनता के बीच इनकी पॉपुलरटी कम हुई है।
प्रत्याशियों की होड़ में कई दावेदार होने के कारण आपसी खींचतान का भी असर दिखेगा।
कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना भी होगी चुनौती।
भाजपा : सूर्यप्रकाश मीणा
उम्र : 58 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : दो बार विधायक रहे, पूर्व मंत्री हैं, भाजपा जिलाध्यक्ष रहे। पार्टी में जमीनी स्तर के नेता होने के साथ ही सीएम का विश्वास जीतने में भी सफल रहे हैं।
ताकत
पहले भी दो विधानसभा चुनावों में चुनाव लड़ने का है अनुभव।
मीणा समाज बाहुल्य क्षेत्र होने का मिलेगा लाभ, समाज और कार्यकर्ताओं में है अच्छी पैठ।
मुख्यमंत्री से नजदीकी और अन्य नेताओं से भी तालमेल, शहरी क्षेत्र में व्यापारी व हर वर्ग में पकड़।
कमजोरी
प्रदेश सरकार में मंत्री पद पर रहे हैं, लेकिन विकास के मुद्दों को लेकर जनता के बीच इनकी पॉपुलरटी कम हुई है।
प्रत्याशियों की होड़ में कई दावेदार होने के कारण आपसी खींचतान का भी असर दिखेगा।
कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना भी होगी चुनौती।
कांग्रेस : सिंधु विक्रम सिंह
उम्र : 56 साल
शिक्षा : 10वीं
कॅरियर : कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष रहे हैं, कांग्रेस के टिकट पर 2008 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
ताकत
राजपूत समाज का करेंगे प्रतिनिधित्व
किसानों और ग्रामीणों के बीच अच्छी पकड़ है और लंबे समय से ग्रामीण राजनीति में सक्रिय
जिला पंचायत चुनाव में एक बार पहले भी घर-घर जनसंपर्क किया जिससे क्षेत्र में उनकी स्थिति काफी बेहतर है।
कमजोरी
कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद आपसी खींचतान की स्थिति बनी हुई है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच सामंज्य मिलाना होगा।
बूथ लेबल पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की चुनौती है।
उम्र : 56 साल
शिक्षा : 10वीं
कॅरियर : कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष रहे हैं, कांग्रेस के टिकट पर 2008 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
ताकत
राजपूत समाज का करेंगे प्रतिनिधित्व
किसानों और ग्रामीणों के बीच अच्छी पकड़ है और लंबे समय से ग्रामीण राजनीति में सक्रिय
जिला पंचायत चुनाव में एक बार पहले भी घर-घर जनसंपर्क किया जिससे क्षेत्र में उनकी स्थिति काफी बेहतर है।
कमजोरी
कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद आपसी खींचतान की स्थिति बनी हुई है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच सामंज्य मिलाना होगा।
बूथ लेबल पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की चुनौती है।
गंजबासौदा विधानसभा
भाजपा : हरिसिंह रघुवंशी
उम्र : 60 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं। भाजपा में वरिष्ठ हैं।
ताकत
सर्वाधिक बाहुल्य समाज का होने से बड़ी ताकत।
क्षेत्र में राजनीतिक सक्रियता के साथ ही समृद्ध किसान के रूप में है पहचार
दो बार विधायक रह चुके हैं जिसके कारण ग्रामीणों में अच्छी पैठ बनी है।
कमजोरी
वर्ष 2013 में चुनाव हारे थे जिसके बाद इनके जनाधार में भी फर्क आया था।
पार्टी के कार्यकर्ताओं और कई अन्य दावेदारों के कारण चुनौतियां बनेंगी।
विकास कार्यों को लेकर क्षेत्रीय लोगों में रहा असंतोष।
भाजपा : हरिसिंह रघुवंशी
उम्र : 60 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं। भाजपा में वरिष्ठ हैं।
ताकत
सर्वाधिक बाहुल्य समाज का होने से बड़ी ताकत।
क्षेत्र में राजनीतिक सक्रियता के साथ ही समृद्ध किसान के रूप में है पहचार
दो बार विधायक रह चुके हैं जिसके कारण ग्रामीणों में अच्छी पैठ बनी है।
कमजोरी
वर्ष 2013 में चुनाव हारे थे जिसके बाद इनके जनाधार में भी फर्क आया था।
पार्टी के कार्यकर्ताओं और कई अन्य दावेदारों के कारण चुनौतियां बनेंगी।
विकास कार्यों को लेकर क्षेत्रीय लोगों में रहा असंतोष।
कांग्रेस : निशंक जैन
उम्र : 58 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : विधायक रह चुके हैं, तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
ताकत
तीसरी बार कांग्रेस ने उन पर जताया है विश्वास
लोगों के बीच अच्छी पैठ और जनहित में किए गए कार्य
जमीनी स्तर पर कार्य करने और पार्टी में भी अच्छी छवि होने के साथ तेज-तर्रार नेता के रूप में पहचान।
कमजोरी
कांग्रेस में अंतर्कलह की स्थिति बनी हुई है। कई दावेदार प्रयास में थे जो चुनाव प्रचार में डाल सकते हैं खलल।
वोटों के धु्रवीकरण करने में सफल नहीं होते।
ग्रामीण अंचलों तक पहुंचने की होगी चुनौती।
उम्र : 58 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : विधायक रह चुके हैं, तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
ताकत
तीसरी बार कांग्रेस ने उन पर जताया है विश्वास
लोगों के बीच अच्छी पैठ और जनहित में किए गए कार्य
जमीनी स्तर पर कार्य करने और पार्टी में भी अच्छी छवि होने के साथ तेज-तर्रार नेता के रूप में पहचान।
कमजोरी
कांग्रेस में अंतर्कलह की स्थिति बनी हुई है। कई दावेदार प्रयास में थे जो चुनाव प्रचार में डाल सकते हैं खलल।
वोटों के धु्रवीकरण करने में सफल नहीं होते।
ग्रामीण अंचलों तक पहुंचने की होगी चुनौती।
कुरवाई विधानसभा
भाजपा: हरि सिंह सप्रे
उम्र : 55 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : दो बार विधायक रह चुके हैं। लोगों से सीधा जुड़ाव, ग्रामीण शैली में बातचीत का अंदाज, मुख्यमंत्री से नजदीकी।
ताकत
ग्रामीण लोगों से इनका सीधा संपर्क होना इन्हें ग्रामीणों के बीच काफी चर्चित करता है।
पार्टी में कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी और संघ से जुड़ाव।
कमजोरी
विवादित भाषा शैली इनकी सबसे बड़ी कमजोरी है इसके कारण कई बार लोग इनसे नाराज रहते हैं।
विधायक रहते हुए इनके कार्यों को लेकर कई लोग असंतुष्ट
पार्टी से टिकट मांगने वाले अन्य दावेदार भी देंगे चुनौती।
कांग्रेस : रानी अहिरवार
उम्र : 35 साल
शिक्षा : 12वीं
कॅरियर : युवा कार्यकर्ता होने के साथ ही वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य भी हैं।
ताकत
युवा महिला प्रत्याशी के रूप में लड़ेंगी चुनाव ।
क्षेत्र में अहिरवार समाज का वोट बैंक होने का मिलेगा लाभ
जिला पंचायत सदस्य के रूप में ग्रामीणों के बीच अच्छी पैठ, जन संपर्क होगा आसान।
कमजोरी
विधानसभा चुनाव में नए चेहरे के रूप में आईं सामने
कांग्रेस से टिकट की दावेदारी करने वाले कई नेताओं से चुनौती।
खुद के कोर ग्रुप में अनुभवी नेताओं की कमी, संगठन के वरिष्ठ नेताओं से भी ज्यादा संपर्क नहीं।
भाजपा: हरि सिंह सप्रे
उम्र : 55 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : दो बार विधायक रह चुके हैं। लोगों से सीधा जुड़ाव, ग्रामीण शैली में बातचीत का अंदाज, मुख्यमंत्री से नजदीकी।
ताकत
ग्रामीण लोगों से इनका सीधा संपर्क होना इन्हें ग्रामीणों के बीच काफी चर्चित करता है।
पार्टी में कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी और संघ से जुड़ाव।
कमजोरी
विवादित भाषा शैली इनकी सबसे बड़ी कमजोरी है इसके कारण कई बार लोग इनसे नाराज रहते हैं।
विधायक रहते हुए इनके कार्यों को लेकर कई लोग असंतुष्ट
पार्टी से टिकट मांगने वाले अन्य दावेदार भी देंगे चुनौती।
कांग्रेस : रानी अहिरवार
उम्र : 35 साल
शिक्षा : 12वीं
कॅरियर : युवा कार्यकर्ता होने के साथ ही वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य भी हैं।
ताकत
युवा महिला प्रत्याशी के रूप में लड़ेंगी चुनाव ।
क्षेत्र में अहिरवार समाज का वोट बैंक होने का मिलेगा लाभ
जिला पंचायत सदस्य के रूप में ग्रामीणों के बीच अच्छी पैठ, जन संपर्क होगा आसान।
कमजोरी
विधानसभा चुनाव में नए चेहरे के रूप में आईं सामने
कांग्रेस से टिकट की दावेदारी करने वाले कई नेताओं से चुनौती।
खुद के कोर ग्रुप में अनुभवी नेताओं की कमी, संगठन के वरिष्ठ नेताओं से भी ज्यादा संपर्क नहीं।
सिरोंज विधानसभा
भाजपा: उमाकांत शर्मा
उम्र : 58 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : मौजूदा विधायक होने के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली है।
ताकत
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के भाई होने का लाभ
जिलाध्यक्ष होने के कारण जिलेभर में पार्टी के कार्यकर्ताओं से अच्छा संपर्क है।
विधायक के रूप में अभी लोगों के बीच संपर्क
कमजोरी
कई बार अपनी वाकपटुता में अपने ही दल और सरकार को कटघरे में ला देते हैं।
टिकट के अन्य दावेदारों से इन्हें मिलेगी चुनौती।
किसानों के बीच असंतोष बनेगी बड़ी समस्या।
भाजपा: उमाकांत शर्मा
उम्र : 58 साल
शिक्षा : स्नातक
कॅरियर : मौजूदा विधायक होने के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली है।
ताकत
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के भाई होने का लाभ
जिलाध्यक्ष होने के कारण जिलेभर में पार्टी के कार्यकर्ताओं से अच्छा संपर्क है।
विधायक के रूप में अभी लोगों के बीच संपर्क
कमजोरी
कई बार अपनी वाकपटुता में अपने ही दल और सरकार को कटघरे में ला देते हैं।
टिकट के अन्य दावेदारों से इन्हें मिलेगी चुनौती।
किसानों के बीच असंतोष बनेगी बड़ी समस्या।
कांग्रेस : गगनेंद्र रघुवंशी
उम्र : 45 साल
शिक्षा : हाई स्कूल
कॅरियर : कांग्रेस के जिला संगठन में उपाध्यक्ष के रूप में सक्रिय हैं।
ताकत
पार्टी की ओर से क्षेत्र में होंगे नए युवा चेहरे
जिला पंचायत के सदस्य होने के कारण ग्रामीणों के बीच इनकी है अच्छी पैठ
जिला संगठन में दायित्व निभाने का भी है अनुभव
कमजोरी
इन्हें अभी विस चुनाव का कोई अनुभव नहीं है
कांग्रेस से टिकट की दावेदारी करने वाले कई नेताओं से भितरघात का खतरा। संगठन कमजोर।
युवा नेता होने के कारण वरिष्ठ जनों से बनाना होगा सामंजस्य।
उम्र : 45 साल
शिक्षा : हाई स्कूल
कॅरियर : कांग्रेस के जिला संगठन में उपाध्यक्ष के रूप में सक्रिय हैं।
ताकत
पार्टी की ओर से क्षेत्र में होंगे नए युवा चेहरे
जिला पंचायत के सदस्य होने के कारण ग्रामीणों के बीच इनकी है अच्छी पैठ
जिला संगठन में दायित्व निभाने का भी है अनुभव
कमजोरी
इन्हें अभी विस चुनाव का कोई अनुभव नहीं है
कांग्रेस से टिकट की दावेदारी करने वाले कई नेताओं से भितरघात का खतरा। संगठन कमजोर।
युवा नेता होने के कारण वरिष्ठ जनों से बनाना होगा सामंजस्य।