कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची के बाद विरोध के सुर तेज हुए हैं। खातेगांव, जावरा, शुजालपुर, बुरहानपुर, रीवा, सेमरिया, सिवनी मालवा, गुना, महू, पवई और सेवढ़ा में बगावती सुर ज्यादा हैं। कुछ सीटों से विरोध करने वाले शुक्रवार सुबह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय भवन और कमलनाथ के बंगले तक जा पहुंचे। आरोप है कि जमीनी कार्यकर्ताओं का ध्यान नहीं रखा गया, सर्वे के नाम में अपनों को उपकृत किया। कई जगह कार्यकर्ताओं ने पुतले फूंके। मालूम हो पार्टी ने 11 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं, जबकि भाजपा से आए कई लोगों को टिकट दिया है। बाहरियों का सर्वाधिक विरोध हो रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर दिनभर विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चलता रहा। पवई से कांग्रेस उम्मीदवार बनाए मुकेश नायक का विरोध करते हुए कार्यकर्ता भोपाल पहुंचे। उनका आरोप था कि मुकेश नायक बाहरी हैं। उन्होंने ओबीसी को टिकट देने की मांग की। इसी प्रकार सेवढ़ा से दामोदर यादव के पक्ष में कार्यकर्ता पहुंचे।
3 टिकट कटने-बदलने से बढ़ी उम्मीदें
पहली सूची में घोषित 144 उम्मीदवारों में कुछ का विरोध हुआ तो पार्टी ने तीन प्रत्याशी ही बदल दिए। इससे कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हुए हैं।
दतिया से अवधेश नायक का विरोध हो रहा था तो इनके स्थान पर राजेन्द्र भारती को टिकट दिया, जबकि गोटेगांव में शेखर चौधरी के स्थान पर एनपी प्रजापति और पिछोर से शैलेन्द्र सिंह के स्थान पर अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया गया है।
पूर्व विधायकों का विरोध
शुजालपुर में रामवीर सिंह सिकरवार को उम्मीदवार बनाने का जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह के समर्थक विरोध कर रहे। रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा का कोर्ट चौराहे पर पुतला फूंका।