Saturday, October 18

मिशन मध्यप्रदेश’ पर राहुल गांधी, बोले- मध्यप्रदेश में होगी जाति जनगणना

कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को मध्यप्रदेश के दौरे पर थे। राहुल गांधी विंध्य क्षेत्र के ब्यौहारी में जन आक्रोश यात्रा का समापन करने आए थे। इस दौरान राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने पीएम मोदी से जातिगत जनगणना के बारे में बयान देने की बात कही। राहुल ने चैलेंज करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार जातिगत जनगणना कभी नहीं करवा सकती है, क्योंकि भाजपा सरकार का रिमोट किसी दूसरे व्यक्ति के पास है।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस मंगलवार को चुनावी शंखनाद कर दिया। आचार संहिता लगने के बाद ब्यौहारी विधानसभा में कांग्रेस बड़ी सभा था। राहुल गांधी 11.30 बजे ब्यौहारी पहुंचे और 12 बजे जन आक्रोश रैली में शामिल हुए। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस ने विंध्य क्षेत्र को चुना था। कांग्रेस ने ओबीसी, आदिवासी सहित कई वर्गों को साधने की कोशिश की। वहीं मध्यप्रदेश की राज्य सरकार पर भी जमकर हमला बोला।

सच्चे वादे करेंगे जो पूरे कर सके

राहुल ने हम जो भी वादे करेंगे पूरे करके दिखाएंगे। राहुल ने कहा कि जहां-जहां हमारी सरकारें हैं वहां हमने कर दिया। राहुल ने कहा कि 1500 रुपए हर माह आपके बैंक अकाउंट में। मोदीजी ने एक हजार रुपए का सिलेंडर बनाया है। सरकार आते ही 500 रुपए का सिलेंडर आपके घर पहुंच जाएगा। 100 यूनिट बिजली मुफ्त में, और हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों के लिए तेंदूपत्ता 4 हजार रुपए का। तेंदुपत्ता की मजदूरी का पैसा हम 3 हजार से 4 हजार रुपए तक बढ़ा रहे हैं।

राहुल गांधी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार ने आपसे जमीन छीन ली। आपका हक छीन लिया। मैं गारंटी देकर कहता हूं कि जो आपका है वो हम आपको वापिस दे देंगे।

राहुल ने कहा कि हिन्दुस्तान की सरकार को 90 अफसर चलाते हैं। कैबिनेट सेक्रेटरी चलाते हैं। हिन्दुस्तान सरकार का कोई भी निर्णय हो, मनरेगा कैसे बनेगा, आदिवासी बिल कैसे बनेगा, डिफेंस का फैसला कौन लेगा। यह 90 अफसर तय करते हैं। भाजपा के नेता तय नहीं करते हैं। अब मैंने पार्लियामेंट में भाषण में कहा कि 90 अफसरों में से तीन अफसर ओबीसी वर्ग के हैं, यह पूरा बजट है, जिसमें से पांच प्रतिशत बजट ओबीसी अफसर डिसाइड करते हैं। राहुल ने कहा कि अगर हिन्दुस्तान की सरकार 100 रुपए खर्च करती है और ओबीसी अफसर 5 रुपये का निर्णय लेते हैं तो आदिवासी अफसर आज कितने रुपए का निर्णय लेते हैं, यह बताएं।

राहुल ने कहा कि 100 रुपए में से आदिवासी एक रुपए, पचास पैसे, 25 पैसे का भी निर्णय लेते हैं। यदि 100 रुपए का खर्च होता है तो आदिवासी वर्ग 10 पैसे का निर्णय लेता है। इससे बड़ा आदिवासियों का अपमान कोई हो सकता है क्या। इसी लिए हम सवाल उठा रहे है कि आदिवासियों को इस देश में क्या हक मिलना चाहिए, कितना हक मिलना चाहिए, ओबीसी वर्ग को कितनी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए, एससी वर्ग को कितनी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। इसीलिए हमने कास्ट सेंसेक्स की बात की है। जातिगणना चाहते हैं और हम करवाके दिखाएंगे।

राहुल गांधी ने कहा कि पहले मोदीजी अपने भाषण में वन वासी कहते थे। मैंने एक भाषण में कहा कि आप आदिवासियों का अपमान मत करो। आप यह वन वासी फिर से प्रयोग मत करो। अब आप देखों वो वन वासी नहीं कहते, आदिवासी कहते हैं। मुंह से आदिवासी शब्द निकलता है, दिल और दिमाग में वन वासी। हमारी नीयत साफ है। दिल से आदिवासी। दिमाग से आदिवासी, मुंह से आदिवासी, कर्मों से आदिवासी।

राहुल ने कहा कि हमारी गारंटी सुन लीजिए, आपकी जो जमीन है, उसका हक मिलेगा। जाति गणना की बात कही, भाजपा पर दबाव डालेंगे, उन्हें करना पड़ेगा। नहीं तो हम करवा कर देंगे। छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान की सरकार ने काम करना शुरू कर दिया। कहां तक भागेगी भाजपा। मध्यप्रदेश में हमारी सरकार आएगी तो हम जातिगत जनगणना करवाएंगे।

राहुल ने कहा कि हमारा पहला कदम जाति जनगणना है। आदिवासी वर्ग को चोट लग रही है, एक्सरे कर लेते हैं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मैंने मोदीजी को चैलेंज किया, आप प्रधानमंत्री हो, देश का एक्सरे करवा लो। कांग्रेस पार्टी ने जो जातिगत जनगणना की थी। आप भी करा लो। तब कभी पाकिस्तान की बात करेंगे, कभी इधर ध्यान करवाएंगे कभी उधर दिखाएंगे। अरे मोदीजी जातिगत जन गणना है, उसके बारे में अपने भाषण में बोल दीजिए।

राहुल गांधी ने कहा कि आप बेरोजगार क्यों है, क्योंकि आपके लोग हिन्दुस्तान की सरकार को नहीं चला रहे, बजट के निर्णय नहीं ले रहे। वो जनगणना नहीं करते, क्योंकि रिमोट कंट्रोल किसी ओर के पास है। अडानी के पास है रिमोट कंट्रोल।

आदिवासियों और वन वासी में अंतर बताया
राहुल गांधी ने आदिवासी कहने का मतलब बताया। राहुल ने कहा कि हिन्दुस्तान की जमीन, जल और जंगल पर इसका सबसे पहला हक बनता है। दूसरी तरफ वन वासी। मतलब आपका जमीन पर हक नहीं बनता है। आप तो जंगल में रहते हो। इसी लिए बीजेपी के लोग, बीजेपी के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं और जब कोविड का समय आता है, तो जानवर को भी खिलाया नहीं जा सकता, वो आदिवासियों को खिलाने की कोशिश करते हैं, सड़ा हुआ अनाज आपको देते हैं, इनका कहना है कि आपको जंगल में रहना है। आपके बच्चों को न इंजीनियर बनना है, न लायर बनना है। आपको कोई लोन नहीं लेना है, आपको जंगल में रहना है और जंगल में ही मरना है। यह है आदिवासी और वन वासी शब्दों का फर्क।

ऐसी थी भाजपा की लेबोरेटरी
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी की लेबोरेटरी में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है और उनका पैसा चोरी किया जाता है हिन्दुस्तान के किसी और प्रदेश में मरे हुए लोगों का इलाज नहीं होता है और मध्यप्रदेश में किया जाता है। पैसा चोरी किया जाता है। मध्यप्रदेश में भगवान शिव से चोरी नहीं की जाती है। मध्यप्रदेश के महाकाल कॉरिडोर में शिवजी से चोरी की जाती है। बच्चों के यूनिफॉर्म से चोरी की जाती है। व्यापमं में एक करोड़ युवाओं से धोखा किया जाता है। 40 लोगों की हत्या कर दी जातीहै। एमबीबीएस की सीट बिक जाती है और पटवारी बनने के लिए 15 लाख रुपए की रिश्वत ली जाती है।

बीजेपी की लेबोरेटरी में 18 साल में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। बीजेपी की लेबोरेटरी में महिलाओं के साथ बलात्कार किया जाता है। बीजेपी की लेबोरेटरी में आदिवासी जिला है। बीजेपी के नेता आदिवासियों के ऊपर पेशाब करते हैं। यह मतलब था जब आडवाणी जी ने कहा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी और आरआसएस की लेबोरेटरी बनेगी।

शिवराज ने मध्यप्रदेश को क्या दिया

कमलनाथ ने कहा कि आपके पास यदि 50 एकड़ जमीन है, तो पैसा दे दो तो आपका नाम गरीबी रेखा में नाम जुड़ जाएगा। मैं शिवराजजी से पूछना चाहता हूं कि आपने मध्यप्रदेश को क्या दिया, माफिया राज दिया, भ्रष्टाचार दिया, घोटाला दिया, रेत माफिया दिया, हमारी सरकार आए तो रेत माफिया का हिसाब होगा। शिवराजजी की सरकार ने प्रदेश में बलात्कार दिया। हर हर घर में शराब दी। यह शिवराज सिंह की उपलब्धि है। हमारी सरकार बनी थी, जनता ने बनाई थी, 15 माह हमारी सरकार चली। साढ़े 11 माह मिले और लोकसभा चुनाव आ गया। कौन सी गलती हमने की। हमने 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया, शहडोल में 18 हजार किसानों का कर्जा माफ किया, यह पहली किस्त में था, दूसरी किस्त बाकी थी। हमने 100 रुपए में बिजली दी, मैंने गौशाला बनाई। 200 गौशाला 11 माह में बनाई। हमने मध्यप्रदेश की पहचान बनाने की कोशिश की, निवेश आए और हमारे नौजवानों को रोजगार मिले।

कमलनाथ ने कहा कि शिवराजजी को जनता ने पहचान लिया है। आपके डराने धमकाने का कार्यकाल रहा है, वो 35 दिनों बाद खत्म होने वाला है। हम जीत का इतिहास बनाएंगे। सच्चाई का साथ जनता देगी। शहडोल की तीनों सीटों का झंडा विधानसभा में लहराएगा।

यह सबसे भ्रष्ट प्रदेश है

कमलनाथ का संबोधन शुरू। कमलनाथ ने कहा कि यह चुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य का है। मध्यप्रदेश की तस्वीर अपने सामने रख लीजिए। यह ऐसा प्रदेश है जहां सबसे ज्यादा अत्याचार आदिवासियों पर हुए हैं। बेरोजगारी में नंबर वन है। यह ऐसा प्रदेश है जहा हमारे किसान के आंसू शिवराजजी नहीं देख सकते। उनके काम नहीं चलते उनकी आंख नहीं चलती, लेकिन उनका मुंह बहुत चलता है। अब तो 35 दिन बचे हैं। मध्यप्रदेश की जनता ने इनके छूठ, कलाकारी को पहचान लिया। लोग अब इन्हें विदा करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। मध्यप्रदेश का हर व्यक्ति या तो भ्रष्टाचार का शिकार है, या भ्रष्टाचार के गवाह है।

पूर्व मंत्री अजय सिंह राहुल भैया का संबोधन। राहुल भैया ने क्षेत्रीय भाषा में लोगों से भाजपा के शासन को हटाने का और हिसाब करने का आव्हान किया।

राहुल गांधी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। थोड़ी देर में होगी बड़ी सभा। स्थानीय नेताओं ने राहुल गांधी का मंच पर स्वागत किया।

राहुल गांधी के कार्यक्रम में आए कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के मतदाताओं ने यह तय कर लिया है कि बीजेपी को मध्यप्रदेश से विदा करना है। कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची श्राद्धपक्ष के बाद जारी होगी।

कांग्रेस नेता का पहला दौरा

विधानसभा चुनाव के पहले राजनैतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने दो माह पहले ही अपने दिग्गजों को मैदान में उतार दिया था। शहडोल संभाग की बात की जाए तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पिछले दो माह में तीन से चार बार दौरा हो चुका है। इसके अलावा कई दिग्गज यहां की आठों विधानसभाओं में मतदाताओं के बीच जगह बनाने दौरे कर चुके हैं। कांग्रेस ने राहुल गांधी के दौरे के साथ शहडोल संभाग में शुरुआत कर रही है।

ब्यौहारी में ही सभा क्यों

इस क्षेत्र से लगे उमरिया, सतना, रीवा और सीधी जिले की विधानसभाओं में भी कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। ब्यौहारी से 50 किमी के दायरे में इन चारों जिलों की विधानसभाओं की सीमा जुडी हुई है। यह इलाका सीधी संसदीय सीट से भी लगता है और सीधी जिले में ही पेशाब कांड हुआ था। जो पूरे देश में सुर्खियों में रहा है। कांग्रेस इसे बड़ा मुद्दा बनाकर चल रही है।