मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अपने कामों के साथ साथ अपने सरल स्वभाव और अलग अंदाज के लिए भी पहचाने जाते हैं। कभी भांजा-भांजियों को दुलार तो बहनों का सतकार करने वाले तो कभी मंच से ही अपने भांजों को आई लव यू टू रिप्लाई दे देने वाले मामा शिवराज का एक बार फिर अलग अंदाज में नजर आए हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को विदिशा प्रवास पर हैं। इस दौरान शहर के माधवगंज इलाके में फुटपाथ पर बैठी एक मजदूर महिला छाता सुधारने का काम कर रही थी। इन दौरान जब मामा शिवराज ने दुर्गाबाई अहिरवार नाम की महिला को फुटपाथ पर बैठे देखा तो तुरंत ही उसका हालचाल जानने उसके पास पहुंच गए।
यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिला की बराबरी में उसके सामने बैठ गए और उससे उसका हालचाल जाना। इस दौरान जब महिला ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी पीड़ा सुनाई तो उन्होंने भी तत्काल ही दुर्गाबाई को स्वेच्छानुदान के रूप में रोजगार के लिए 50 हजार रुपए आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर को निर्देश दिए हैं।
मजदूर महिला का कहना है कि, उसे काफी देर तक तो ये यकीन ही नहीं हो सका कि, उसके सामने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद उसके साथ फुटपाथ पर बैठे हैं। इसपर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फुटपाथ में बैठकर मजदूरी कार्य करने वाली महिला का न सिर्फ हालचाल जाना, बल्कि तत्काल प्रभाव से 50 हजार आर्थिक सहायता राशि देने के भी आदेश दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला से ‘लाड़ली बहना योजना’ का लाभ लेने के संबंध में भी सवाल किया, जिसपर महिला ने उन्हें बताया कि, वो योजना की लाभार्थी है।