प्रदेश में इसी साल के अंत में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बुधवार को हुई घोषणा ने पार्टी गलियारों में खलबली मचा दी है। स्क्रीनिंग कमेटी की कमान जहां 40 वर्षीय युवा सांसद गौरव गोगोई को दी गई है तो वहीं सहयोग के लिए लगाए गए सदस्यों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को भी शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि स्क्रीनिंग कमेटी का ज़िम्मा चुनाव में जाने से पहले जिताऊ कैंडिडेट्स का चयन करना रहता है। इसी कमेटी की सिफारिश के आधार पर संभावित उम्मीदवारों का चयन होता है और फिर आलाकमान से आखिरी मंज़ूरी के बाद चयनित टिकटार्थीयों की अंतिम सूची जारी होती ।
सवाल- किसकी चलेगी? गहलोत या पालयट की?
स्क्रीनिंग कमेटी में सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के शामिल होने से पार्टी गलियारों में एक बार फिर चर्चा होने लगी है कि उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में ज़्यादा किसकी चलेगी? गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस में कार्यकर्ताओं का एक बड़ा तबका ऐसा है जो दो हिस्सों में बंटा बताया जाता है। गहलोत और पायलट गुट के बीच समय-समय पर सामने आती रही खींचतान भी किसी से छिपी नहीं है। यही वजह है कि स्क्रीनिंग कमेटी में दोनों नेताओं का नाम होने से टिकट पाने की दौड़ में लगे नेताओं और उनके समर्थकों में खलबली मच गई है।
स्क्रीनिंग कमेटी : इन नेताओं पर उम्मीदवार चयन का ज़िम्मा
अध्यक्ष- गौरव गोगोई
सदस्य- गणेश गोदियाल
सदस्य- अभिषेक दत्त
एक्स ऑफिशियो सदस्य
– अशोक गहलोत
– सचिन पायलट
– सुखजिंदर सिंह रंधावा
– गोविंद सिंह डोटासरा
– सीपी जोशी
– एआईसीसी के तीनों प्रभारी सचिव
जयपुर से दिल्ली तक लॉबिंग तेज़
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रहे नेताओं ने जयपुर से लेकर दिल्ली तक में लॉबिंग तेज़ कर दी है। ऐसे नेताओं ने अपने-अपने शीर्ष नेताओं से ज़्यादा से ज़्यादा संपर्क में रहना और मान-मनव्वल करना तेज़ कर दिया है। पार्टी में गुटबाज़ी के बाद पनपी स्थितियों से इस बार टिकट चाहने वाले नेताओं की मुश्किलें पहले से ज़्यादा मानी जा रही हैं।
इन नेताओं को भी मिला ज़िम्मा
कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह को मध्यप्रदेश, के मुरलीधरन को तेलंगाना और अजय माकन को छत्तीसगढ़ स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।