
प्रदेश में भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं, डेमों में भी जमकर पानी की आवक हो रही है, ऐसे में कई डेमों के गेट खोल दिए गए हैं, निचली बस्तियों में जल भराव हो गया है, लोगों को ये समय निकाला बड़ा मुश्किल हो रहा है, ऐसे में प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। मौसम विभाग ने भी कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, ऐसे में अगर आप भी घर से बाहर कहीं जा रहे हैं तो कोशिश करें की सुरक्षित स्थानों पर ही जाएं।
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के बैतूूल जिले की, यहां के मुलताई क्षेत्र में बीते 24 घंटे से हो रही तेज बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है। क्षेत्र के सभी नदी नाले उफान पर है। क्षेत्र के प्रमुख सिंचाई परियोजना चंदोरा, बुंडाला, पारसढोह, वर्धा सभी में तेजी से जल आवक बढ़ रही है। वर्धा, चंदोरा के गेट खुले हुए हैं, बुंडाला बांध में भी जल आवक तेजी से बढ़ रही है। पारसढ़ोह बांध के दो गेट खोले गए हैं। सिंचाई अमला अलर्ट पर है। नगर के अनेक हिस्सों में जलभराव से नागरिक परेशान है। पटेल वार्ड के मकानों में रात से 2-2 फीट पानी भरा है और ताप्ती वार्ड की भी लगभग यही स्थिति है। हिवरखेड़ के 25 मकानों में पानी भर जाने की खबर मिली है। तेज बरसात से सिलादेही ग्राम में बना चेक डैम का बड़ा भाग ढह गया है। चंदोरा बांध के सभी आठों गेट खोले हैं। वहीं पारसढोह के दो गेट 1.6 मीटर तक खोले गए हैं। सावंगी से पट्टन जाने वाले मार्ग पर गोधनी ग्राम के पास अंभोरा नदी पर बनी पुलिया का बड़ा भाग तेज बहाव के चलते ढह गया है। जिससे आवागमन बाधित हो रहा है।
राय आमला में बाढ़ के पानी में बही फसल
ग्राम राय आमला में किसान बाबूराव लाडे, संतोष लाडे, शंकर लाडे और श्यामराव लाडे के 4 से 5 एकड़ खेत में लगी मक्के की फसल और गोभी का रोपा भारी बारिश के कारण नाले में आई बाढ़ में बह गया। उन्होंने बताया कि करीब 1 लाख 30 हजार रुपए का नुकसान हुआ है, नाले में आई बाढ़ के कारण खेत में लगी फसल के साथ-साथ खेत की मिट्टी भी बह गई और अब खेत में पत्थर ही दिखाई दे रहे है।
तेजी से बढ़ रहा है बुंडाला डैम का जलस्तर
क्षेत्र में हो रही तेज बारिश के चलते हैं सिंचाई अमला अलर्ट पर है क्षेत्र की चार बड़ी मध्यम सिंचाई परियोजना बुंडाला, चंदोरा ,पारसढ़ोह, वर्धा मे तेजी से चल आवक हो रही है। चंदोरा पर तैनात उपयंत्री शिवकुमार नागले ने बताया कि चंदोरा का वर्तमान जलस्तर 683.60 मीटर बना हुआ है जबकि इस बांध का फुल टैंक लेवल 685.95 है फिलहाल बांध जल स्तर चार्ट की विभागीय गाइडलाइन के अनुसार सभी गेट खुले हैं। इसके अलावा वर्धा बांध का वर्तमान जलस्तर 670.00 मीटर है इसका फुल टैंक लेवल 675. 40 पार्षदों की बात करें तो इसका फुल टैंक लेवल 64910 है वर्तमान में 636 07 मेंटेन किया जा रहा है दो गेट 1 मीटर 60 सेंटीमीटर तक खोले गए हैं। एसडीओ जल संसाधन सीरियल मरकाम ने बुडाला बांध के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल बुंडाला बांध का लेवल 731. 20 मीटर है और तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है जल आवक की रफ्तार यही रही तो शीघ्र ही वेस्ट वियर बहने लगेगा इसका फुल टैंक लेवल 734 .55 है। इसके अलावा क्षेत्र की 45 लघु सिंचाई परियोजनाएं भी अधिकांश भरने को है फिलहाल सभी छोटे बड़े बांध सुरक्षित बताए जा रहे हैं और सिंचाई हमला सभी पर अपनी निगाह बनाए हुए है।
ताप्ती वार्ड, पटेल वार्ड में सडक़ें बनी तालाब
पटेल वार्ड एवं ताप्ती वार्डवासियों के लिए बीते 24 घंटे की बरसात आफत की बरसात सिद्ध हुई है दर्जनों मकानों में 2-2 फीट पानी भरा गया है। पूरी रात वार्डवासियों को इसी पानी के साथ गुजारनी पड़ी। जलभराव से जो परिवार अधिक प्रभावित हुए हैं उनमें शेख शाहिद, शेख जाबिर, हाफिज़़ रेहान, करतार सिंह सिसोदिया, मोहम्मद सिद्दीक, महमूद भाई, सुधीर सोनी, हरिराम नगदे, श्रीराम नगदे पटेल वार्ड शामिल है। नपा अध्यक्ष नीतू परमार, वार्ड पार्षद सुरेश पौनीकर एवं नगर पालिका के कर्मचारी जेसीबी लेकर जल निकासी के प्रयास करते रहे। इन वार्डों में जलभराव का बड़ा कारण ताप्ती जल मार्गों पर अतिक्रमण है।
ओवरफ्लो हुआ ताप्ती सरोवर
तेज वर्षा के चलते गुरुवार रात ताप्ती सरोवर के तट बंधन को पारकर दोनों शिव मंदिरों के बीच से होती हुए जैसे ही ताप्ती जलधारा ने सीढिय़ां उतरकर सूर्य कुंड में प्रवेश किया लोगों के उत्साह का ठिकाना नहीं रहा। बड़ी संख्या में लोग ताप्ती तट पहुंचे पूजा-अर्चना का दौर प्रारंभ हुआ जो शुक्रवार पूरे दिन जारी रहा। नगरवासियों को ताप्ती सरोवर ओवरफ्लो होने का पूरे सालभर इंतजार होता है और इसे अच्छी वर्षा का शुभ संकेत माना जाता है।
सिलादेही चेक डैम और अंभोरा की पुलिया ढही
इधर, सिलादेही चेकडैम का बड़ा भाग ढह गया। वहीं सांवगी से पट्टन जाने वाले मुख्य मार्ग पर बुधनी ग्राम के पास अंभोरा नदी पर बनी पुलिया का बड़ा भाग नदी के तेज बहाव के साथ बह गया। सांवगी और पट्टन जाने का यह मुख्य मार्ग है जो अमरावती रोड को आठनेर रोड से जोड़ता है। इस रोड पर आवागमन पूरी तरह से बंद है। ग्रामीणों ने बताया अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी यहां नहीं पहुंचा है।
हिवरखेड़ में घरों में घुसा पानी
प्रभात पट्टन ब्लॉक के ग्राम हिवरखेड़ में गुरुवार देर रात भारी बारिश के चलते अंबोरा और गोईजी नदी में बाढ़ आ गई। गांव में बनी पुलिया पर से करीब 3 फीट ऊपर से पानी बहने लगा। हिवरखेड़ निवासी पुरुषोत्तम कुंभारे ने बताया कि रात में अचानक तेज बारिश आ गई। अचानक हुई तेज बारिश के चलते गांव से होकर गुजरने वाली अंबोरा और गोईजी नदी में बाढ़ आ गई। बाढ़ आने के कारण गोईजी नदी के किनारे बने करीब 20 मकानों में करीब 2 फुट तक पानी भरा गया। वही अंबोरा नदी की बाढ़ के कारण पुलिया के पास स्थित करीब 5 मकानों में भी पानी भराने की जानकारी मिली है। सरपंच विश्वनाथ धोटे ने बताया की रात में तेज बारिश हो रही थी, गांव में अंभोरा और गोइजी नदी के किनारे बने करीब 25 घरों में पानी घुसने की जानकारी मिली है। जिनमे गणेश गव्हाड़े, रामचंद्र कुंभारे, शंकर सराटकर, प्रकाश सुरजूसे, सुभाष सराटकर, सुरेश पंडाग्रे, गोविंदराव वागद्रे आदि बताए जा रहे है।
सतपुड़ा डैम के सात गेट दो-दो फीट की ऊंचाई पर खोले
सारनी. गुरुवार रात से सारनी के पहाड़ी क्षेत्रों में तेज बारिश होने से सतपुड़ा जलाशय में जलस्तर तेजी से बढ़ गया। रात में पांच गेट एक-एक फीट पर खोले गए थे। दोपहर एक बजे से लगातार 7 गेट दो-दो फीट पर खोले गए। प्रति सेकंड 11800 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
