खंडवा। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने खुले मंच से भाजपा को चुनाव में मुकाबला करने की खुली चुनौती दी है, तो वहीं कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘अब तुम्हें डरने की जरूरत नहीं।’ कमलनाथ हरसूद में शुक्रवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे। आपको बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने हरसूद में आज बिरसामुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर चुनावी शंखनाद किया है।
जानें और क्या बोले कमलनाथ
कमलनाथ ने मंच से ही कहा कि आने वाले चुनाव में उनका मुकाबला 2018 की जगह 2030 मॉडल कमलनाथ से है। भाजपा के जो लोग जुल्म और आतंक मचा रहे हैं, वे समझ लें। सब कान खोल कर सुन लें, पुलिस वाले वर्दी की इज्जत करें, कर्मचारी-अधिकारी, एसडीएम, कलेक्टर आपको ये जनता सर्टिफिकेट देगी। भाजपा की डराने और धमकाने की राजनीति अब नहीं चलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इशारों में ही हरसूद विधायक और वन मंत्री विजय शाह का नाम लिए बिना ही लोगों से कहा कि अब उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है।
कुपोषण, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पलायन की राजधानी बना हरसूद
जननायक बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर हरसूद में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता को संबोधित करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मीडिया को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार चुनाव के पहले जनहित की योजनाओं पर ध्यान देने के बजाय लगातार कर्ज लेकर कमीशनबाजी में व्यस्त है। पिछले 15 महीने में अधिकांश ठेके उन्होंने अपने लोगों को कमीशन के लिए दिए हैं। पहले जो हरसूद छिंदवाड़ा से बेहतर माना जाता था, आज वही हरसूद कुपोषण, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की राजधानी़ बन गया है। आज स्थिति यह है कि हरसूद पलायन की राजधानी बन गया है। 35 साल पहले हरसूद व्यापार का बड़ा केंद्र था। लेकिन आज यहां और खालवा में विकास ठप है। युवा दर-दर भटक रहा है। किसान परेशान हैं।
भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं
आज हरसूद भ्रष्टाचार की राजधानी बन गई है। यहां भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं। पैसे दो और काम लो। 50 एकड़ जमीन है, तो पैसे दे दो गरीबी रेखा का सर्टिफिकेट बन जाएगा।
हम दिल जोड़ते हैं, आपको इसका रक्षक बनना है
प्रदेश की तस्वीर आपके सामने हैं। यहां हर धर्म, जाति और वर्ग के लोग यहां मौजूद है। कोई ऐसा देश विश्व में नहीं जहां इतने धर्म, जाति, भाषाएं, वेश, त्योहार, देवी-देवता हैं, फिर भी हमारी विभिन्नता में एकता हमारी विभिन्नता जो भारत में है वो कहीं नहीं है। भारत एक झंडे के नीचे खड़ा है तो आज इसलिए खड़ा है क्यों कि भारत की संस्कृति जोडऩे की संस्कृति है। हम दिल जोड़ते हैं। संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं। भारत की संस्कृति भाईचारे की है, कांग्रेस की संस्कृति है। आपको इसका रक्षक बनना है।
बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि नौजवानों से आग्रह बिरसा मुंडा के जीवन और कार्यों से लें प्रेरणा
कमलनाथ ने भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का बलिदान भारत के महान राष्ट्रवाद और राष्ट्र निर्माण में आदिवासी समाज के महान योगदान का प्रतीक है। मैं उनके बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और नौजवानों से आग्रह करता हूं कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और कार्यों से प्रेरणा लें।