तूफ़ान बिपरजॉय भीषण चक्रवात में बदल गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पांच दिनों तक केरल में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। IMD का कहना है कि बिपरजॉय बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। फिलहाल केरल में इससे भारी बारिश की आशंका जताई गई है। लेकिन इसका प्रभाव छह राज्यों – केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, लक्षद्वीप, गुजरात के साथ-साथ पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी पड़ेगा। मौसम विभाग ने 12 जून को कन्नूर और कोझिकोड के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन राज्यों पर बिपरजॉय का खतरा
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते IMD ने गुजरात, केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है। गुजरात के वलसाड में तीथल बीच को 14 जून तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही गोवा और महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़, ठाने, पालघर, कोल्हापुर में तेज आंधी की आशंका जताई गई है।
15 जून को 125-135 की रफ्तार पकड़ेगा तूफान
मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय अरब सागर में केंद्रभूत है। यह पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 450 किमी की दूरी पर है। हमारा पूर्वानुमान इसके उत्तर में बढ़ने का है। यह 14 -15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा का पूर्वानुमान है।
सौराष्ट्र, कच्छ में 13-15 तक दिखेगा असर
गुजरात स्थित मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बतााय कि लैंडफॉल होने के बाद चक्रवात का असर सौराष्ट्र, कच्छ में 13, 14 और 15 जून तक रहेगा। उत्तरी गुजरात में 15 और 16 जून को इसका असर रहेगा। इन जहगों पर तेज बारिश की संभावना है। सबसे ज्यादा कच्छ, द्वारका और जामनगर में बारिश होने की संभावना है। अहमदाबाद में भी भारी बारिश हो सकती है।
केरल, कर्नाटक, तमिलनाडू के तटीय इलाकों में मछली पकड़ने पर रोक
चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के कारण 55 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना के साथ, 15 जून तक केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के तटों पर मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आईएमडी ने रविवार की सुबह एक विज्ञप्ति में कहा कि सौराष्ट्र तट के साथ 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
65 से 70 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है हवा की रफ्तार
सोमवार को 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है और इसके 65 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच जाने की आशंका है। आईएमडी ने एक बयान में कहा, हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भी चल सकती है। आईएमडी ने समुद्र में उन मछुआरों को भी तट पर लौटने और तटवर्ती और अपतटीय गतिविधियों को न्यायिक रूप से विनियमित करने का निर्देश दिया है।
राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर, अफसरों को निर्देश
आईएमडी ने बयान में कहा, उपरोक्त के मद्देनजर, राज्य सरकारों को सलाह दी जाती है कि वे कड़ी निगरानी रखें, अपने क्षेत्रों में स्थिति की नियमित रूप से निगरानी करें और उचित एहतियाती उपाय करें। जिला अधिकारियों को भी तदनुसार सलाह दी जाती है। सूरत के कलेक्टर ने मीडिया को बताया कि हम अलर्ट मोड पर हैं और सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे हेडक्वॉर्टर न छोड़ें।
मछुआरों को समुद्र के अंदर न जाने की चेतावनी
मौसम विभाग ने ‘बिपरजॉय’ के गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने को लेकर इंडियन कोस्ट गार्ड ने ने गुजरात, दमन और दीव के तटों पर मछुआरों और नाविकों को अगले 5 दिनों तक समुद्र के अंदर न जाने की चेतावनी जारी की गई है। पिछले एक हफ्ते से, भारतीय तट रक्षक के अधिकारी मछुआरों के साथ नियमित संपर्क मे है।
तेज हवाएं, गरज के साथ बारिश
चक्रवात के कारण गुजरात में अगल दो दिनों के दौरान 35-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इसके बाद हवा की रफ्तार तेज हो सकती है और 13-15 जून के दौरान तटीय इलाकों में यह 50 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। मौसम विभाग के अनुसार सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।