भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के द ओवल में खेला जा रहा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला अब चौथे दिन में पहुंच गया है। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दूसरी पारी में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट के नुकसान पर 123 रन बना लिए हैं। इसके साथ ही कंगारुओं की बढ़त अब 296 रन की हो गई है। अगर आज ऑस्ट्रेलिया की टीम 400 की बढ़त बनाने में कामयाब हो जाती है तो टीम इंडिया के लिए चौथी पारी में लक्ष्य हासिल करना बेहद मुश्किल होगा। लेकिन, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। इसमें कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। अगर टीम इंडिया 121 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने में कामयाब हो जाती है तो जीत उसकी मुट्ठी में होगी।
बता दें कि ओवल के मैदान पर अभी तक चौथी पारी में सर्वाधिक रन चेज 263 रन रहा है। अब भारतीय टीम के सामने ऑस्ट्रेलिया को कम से कम स्कोर पर रोकने की चुनौती है। आज चौथे दिन अगर भारतीय टीम कंगारू टीम को जल्द ऑलआउट करती है और उसका शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन करता है तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है।
रिकॉर्ड को तोड़ना जरूरी
लंदन के द ओवल में सबसे बड़ा टारगेट 263 रनों का ही चेज हो सका है। 1902 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट से हराकर ये रन चेज किया था। तब से लेकर अब तक कोई यह रिकॉर्ड नहीं तोड़ सका है। टीम इंडिया को आईसीसी का ये खिताब जीतना है तो इस रिकॉर्ड को तोड़ना जरूरी होगा। रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज चले तो तो ये रिकॉर्ड भी टूट सकता है।
पहली पारी में लड़खड़ाई इंडिया
बता दें कि टीम इंडिया पहली पारी में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी थी। कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी। जिसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहली पारी में 469 रन का स्कोर किया। इसके जवाब में टीम इंडिया के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने निराश किया। हालांकि अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर के अर्धशतकों की बदौलत टीम पहली पारी में 296 रन का स्कोर करने में कामयाब रही।