उज्जैन. प्रदेश में अभी पांच हजार से कम घरों में पाइपलाइन से सीधे किचन तक घरेलू गैस पहुंच रही है। अब हमारा लक्ष्य रहेगा कि प्रदेश के 1 लाख घरों तक पीएनजी (पाईप्ड नैचुरल गैस) पहुंचाई जाए। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमारी कोशिश इसी तरह लगातार जारी रहेगी।
सिंहस्थ 2016 अद्भुत और अनूठा होगा, जिसके लिए ग्रीन सिंहस्थ की योजना बनाई गई है। यह बात सोमवार दोपहर नागझिरी के समीप अवंतिका गैस कंपनी के पीएनजी-सीएनजी मदर स्टेशन के शुभारंभ के दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री धर्मेंद्र प्रधान व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कही।
मीडिया को जानकारी देते हुए पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने कहा कि देश में अभी 1 लाख घरों में पीएनजी है। इसे अब 1 करोड़ घरों तक पहुंचाना है और प्रदेश में 5 हजार से कम है, जिस पर पीएनजी को 1 लाख घरों तक पहुंचाने का लक्ष्य रहेगा।
प्रधान ने ये जानकारी भी दी कि जल्द ही प्रदेश में 5 किलो का एलपीजी सिलेंडर आने वाला है, जो उन लोगों के लिए फायदे मंद रहेगा, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर या फिर कम खपत होने पर भी मजबूरी में 14 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर लेना पड़ता था।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पीएनजी योजना शहर ही नहीं बल्कि गांव तक भी ले जाएंगे। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के सहयोग से अब मध्यप्रदेश में फर्टिलाइजर कारखानों के स्थापना की राह आसान हो गई।
गेल के प्रदेश में सीएनजी उपलब्धता के सकारात्मक रवैये से अब प्रदेश में अधिक मात्रा में यूरिया निर्माण भी संभव हो सकेगा। जिससे प्रदेश के किसानों को लाभ मिलेगा। महाकौशल सहित अन्य क्षेत्रों में भी पाइपलाइन के जरिये रसोई गैस घरों में पहुंचाए जाने की योजना बनाई जा रही है।