कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को ‘जहरीला सांप’ जैसा कहा। हालांकि बयान पर विवाद गहराने पर उन्होंने सफाई पेश करते हुए BJP की विचारधारा को सांप जैसा बताया। खरगे के इस बयान से सियासी बवंडर उठ चुका है। कर्नाटक के साथ-साथ दिल्ली तक खरगे के इस बयान की आलोचना की जा रही है। भाजपा के कई नेताओं ने इस बयान के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पर हमले करते हुए उनसे माफी मांगने की बात कही। खरगे के इस बयान ने कांग्रेस के नेताओं द्वारा पीएम मोदी पर पूर्व में किए गए कड़े कमेंट्स की यादें ताजा कर दी। आइए जानते हैं- कांग्रेस के नेताओं ने कब-कब पीएम मोदी पर आपत्तिजनक बयानबाजी की और इसका पार्टी पर क्या असर पड़ा?
2007: गुजरात चुनाव में सोनिया गांधी ने मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा
नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस के बड़े नेताओं की आपत्तिजनकर बयानबाजी की बात करें तो इसका सबसे बड़ा और पहला उदाहरण साल 2007 में देखने और सुनने को मिला था। इस साल गुजरात में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। तब चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था।
गुजरात के नवसारी में आयोजित एक चुनावी सभा में सोनिया गांधी ने कहा, “गुजरात की सरकार चलाने वाले झूठे, बेईमान और मौत के सौदागर है।”
सोनिया गांधी के इस बयान को भाजपा ने मुद्दा बनाया। इसका असर चुनाव परिणाम पर भी देखने को मिला। 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली। 182 सीटों वाले गुजरात में कांग्रेस को मात्र 59 सीटों पर जीत मिली। जबकि भाजपा ने 117 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई।
2014: लोकसभा चुनाव मणिशंकर अय्यर ने मोदी को ‘चाय वाला’ कहा
साल 2014, देश में लोकसभा चुनाव। इस चुनाव में एक तरफ 10 साल से सत्ता में काबिज कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए थी तो दूसरी ओर जदयू जैसे पुराने सहयोगी का साथ समाप्त होने के बाद बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए। इस चुनाव में नरेंद्र मोदी बीजेपी का चेहरा थे। चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने मोदी को चाय वाला कहकर तंज कसा।
2014 के चुनाव के समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा था- मोदी कांग्रेस दफ्तर के बाहर चाय बेचें। चाय वाला क्या प्रधानमंत्री बनेगा?
मणिशंकर अय्यर के इस बयान को भाजपा ने हर चुनावी रैली में इस्तेमाल किया। खुद को चायवाला बनाकर मोदी ने लोगों के दिलों जगह बनाई। जिसका नतीजा हुआ कि चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली। कांग्रेस मात्र 44 सीटों पर सिमट गई। जबकि बीजेपी पहली बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई।
2017: गुजरात चुनाव में मणिशंकर अय्यर ने PM मोदी को ‘नीच इंसान’ कहा
साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी थी। लेकिन इस चुनाव के आखिरी चरण से पहले कांग्रेस के सीनियर नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर एक ऐसा आपत्तिजनक बयान दिया कि पासा पलट गया। मणिशंकर अय्यर ने तब पीएम मोदी को नीच इंसान कहा। जिसे भाजपा ने चुनावी मुद्दा बना लिया।
मणिशंकर अय्यर ने 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के समय पीएम मोदी को ‘नीच किस्म का आदमी’ कहा था। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को अब तक का सबसे बदजुबान पीएम कहा है।
अय्यर के इस बयान पर मोदी ने जवाबी हमला करते हुए कि आपने मुझे नीच और निचली जाति का कहा। चुनाव परिणाम में गुजरात की जनता इसका जवाब देगी। इस भावुक अपील से पीएम मोदी ने गुजरात के लोगों को अपने साथ जोड़ा। नतीजा यह रहा कि कड़ी टक्कर देने के बाद भी कांग्रेस 81 सीट पर जीत हासिल करते हुए गुजरात की सत्ता से दूर रही। भाजपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की।
2019: राहुल गांधी ने दिया ‘चौकीदार चोर है’ का नारा
साल 2019, देश में लोकसभा चुनाव। पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा पांच साल सरकार चला चुकी थी। फिर से मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जा रहा था। चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिया। उन्होंने लगभग हर रैली में इस नारे का प्रयोग किया। इसका असर हुआ कि भाजपा 2014 से भी बड़ी जीत दर्ज कर सत्ता में लौटी।
2014 में राफेल डील को लेकर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद राहुल गांधी ने पीएम के खिलाफ ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिया। लेकिन कांग्रेस का ये दाव उल्टा पड़ा।
कांग्रेस के चौकीदार चोर है नारे के खिलाफ बीजेपी ने पीएम मोदी के सपोर्ट में ‘मैं भी चौकीदार’ का नारा दिया। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को साल 2014 से बड़ी जीत मिली। भाजपा ने इस चुनाव में अपने दम 303 सीटें जीतीं। वहीं कांग्रेस ने मात्र 52 सीटों पर सिमट कर रह गई।
2022: गुजरात चुनाव में खड़गे ने ‘रावण’ से की PM मोदी की तुलना
पिछले साल गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी की तुलना रावण से की थी। खरगे के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा था पीएम मोदी को औकात दिखा देंगे का बयान दिया। इन दोनों बयानों पर खूब राजनीति हुई। नतीजा हुआ कि गुजरात में भाजपा ने अभी तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की।
पीएम मोदी की रावण से तुलना करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “क्या आपके पास 100 सिर हैं। हर चुनाव में चेहरा दिखाने आ जाते हैं।
खरगे और मधुसूदन मिस्त्री के बयान को पीएम मोदी और पार्टी ने गुजराती अस्मिता से जोड़ा। इसका नतीजा ये हुआ कि बीजेपी ने गुजरात में अब तक का ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 182 में से 156 सीटें जीतीं। जबकि कांग्रेस को राज्य में सबसे शर्मनाक हार मिली।
2023: कर्नाटक चुनाव में खरगे ने पीएम मोदी को ‘जहरीला सांप’ कहा
अब कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खरगे ने कलबुर्गी में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी को जहरीला सांप जैसा बताया। इस बयान को भी भाजपा लपक चुकी है। अभी पीएम मोदी का इस बयान पर जवाब नहीं आया है। लेकिन भाजपा के अन्य नेताओं ने खरगे पर कई हमले किए।
पीएम मोदी को जहरीले सांप जैसा बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, “पीएम मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। आप सोच सकते हैं कि यह जहर है या नहीं, लेकिन यदि आप उसे चखेंगे, तो आपकी मौत हो जाएगी।”
विवाद बढ़ने पर खरगे ने सफाई दी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को भी ठेस पहुंची, दुख पहुंचा हो तो मैं उसके लिए मैं खासतौर पर खेद व्यक्त करूंगा। पीएम मोदी से मेरी निजी नहीं राजनीतिक और वैचारिक लड़ाई है। खरगे के इस बयान का कर्नाटक चुनाव में क्या असर पड़ता है। यह तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन इतना तय है कि पीएम मोदी पर कड़े कमेंट्स कर कांग्रेस ने अभी तक अपना ही नुकसान किया है।