महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल के संकेत मिल रहे हैं। एक तरह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 विधायकों की अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट कभी भी फैसला सुना सकती है। तो वहीँ दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) में भी ‘ऑल इज नॉट वेल’ लग रहा है। एमवीए नेताओं के बयान में मनमुटाव साफ नजर आ रहा है और गठबंधन के बीच मतभेद गहराता जा रहा है। हालत यह है कि अब एमवीए के भविष्य पर ही संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने एमवीये को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिससे विपक्षी खेमे में खलबली मच गई है। शरद पवार ने कहा है कि आज महाराष्ट्र में आघाडी है, लेकिन कल होगी या नहीं, इसको लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
नाना पटोले ने कही बड़ी बात
शरद पवार के बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बीजेपी के खिलाफ राजनीतिक दलों के साथ मिलकर लड़ना कांग्रेस की भूमिका है। एमवीए गठबंधन में शामिल दलों की भूमिका अलग हो सकती है। लोकतंत्र खतरे में है, किसान संकट में है, किसान महंगाई से त्रस्त है, जो हमारे साथ रहेगा हम उसके साथ आगे बढ़ेंगे… हम यह नहीं पूछ रहे हैं कि किसी के मन में क्या है। क्योकि ये हमारा सवाल नहीं है।”
वहीँ, उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray) के नेता संजय राउत ने शरद पवार की टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। मुंबई में राज्यसभा सांसद राउत ने कहा, “महाविकास अघाडी रहेगी। इसके प्रमुख नेता उद्धव ठाकरे और शरद पवार हैं, इसके कर्ता-धर्ता राहुल गांधी भी रहे थे। 2024 में एमवीए पार्टियां एक साथ महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। उनके (शरद पवार के) बयान को गलत समझा जा रहा है।‘
CM शिंदे बोले- पवार साहब के बयान में गंभीरता है
महाविकास आघाडी को लेकर पवार द्वारा दिए गए बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा, “मैं इतना ही कहूंगा, शरद पवार साहब बहुत अनुभवी नेता हैं। उनका जो वक्तव्य है, वो महत्वपूर्ण है। वो जो भी कहते हैं उसमें गंभीरता होती है। कोई भी सोच सकता है और समझ सकता है कि वे क्या चाहते हैं।”