देश के सबसे स्वच्छ शहर के एक स्टूडेंट ने ऐसा चश्मा तैयार किया है, जो नींद आने पर अलार्म बजा देता है। यह अनोखा चश्मा वाहन चलाने वालों के लिए तैयार किया गया है। वाहन दुर्घटना को रोकने के लिए यह डिवाइस कारगर साबित होगी
हाईवे पर अक्सर जो दुर्घटना होती है, वो वाहन चालक को झपकी आने के कारण होती है। अब ज्यादा देर तक पलक झपकी तो चश्मे में लगी यह डिवाइज अलार्म बजा देगी और दुर्घटना टल जाएगी। इंदौर के गोविंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी एंड साइंस कालेज (govindram seksaria institute of management and research) के स्टूडेंट्स ने यह एंटी स्लीप अलार्म तैयार किया है। इसे बनाने में 5 स्टूडेंट्स ने तीन सप्ताह की मेहनत की। gsimr के छात्र अभिषेक पाटीदार बताते हैं कम हमने एंटी स्लीप अलार्म तैयार किया है, जो एक सेंसर के साथ है।
वाहन चलाते समय यदि ड्राइवर की पलक झपकती ही और एक तय समय से अधिक समय तक पलक बंद हुई तो सेंसर इसे पकड लेगा और बजर बजा देगा। इसके बाद वाहन चालक की नींद खुल जाएगी। इस डिवाइज में एक खास बात और है यदि वाहन चालक की नींद इस बजर से नहीं खुलती है तो वाहन के पहिए रुक जाएंगे।
अभिषेक ने बताया इस डिवाइस बनाने के तीन सप्ताह का समय लगा। कुल 5 लोगों ने मिलकर इस डिवाइस पर काम किया और सफलता मिल गई। इस डिवाइस को सड़क मार्ग पर लंबी दूरी तक वाहन चलाने वाले वाहन चालकों को पहनना चाहिए।
ऐसे बनाई डिवाइस
इस डिवाइस को बनाने वाले स्टूडेंट्स ने बताया कि एंटी स्लीप अलार्म के एंटी स्लीप ग्लासेस को बनाने में उन्हें बेसिक कंपोनेटंस का इस्तेमाल किया गया। आइआर सेंसर जिसे इंफ्रारेड भी कहते हैं, उसमें एक ट्रांसमीटर और रिसीवर का उपयोग किया गया। इस डिवाइज की किरणएं आंखों के स्कलेरा से ट्रांसमीट होकर इंसेक्ट करती है, तो खुली आंखों से रिफ्लेक्शन कम इंटेंसिटी का होने की वजह से यह डिवाइन आन नहीं हो पाती। लेकिन बंद आंख की स्थिति में रिफ्लेक्शन ज्यादा इंटेंसिटी का होने की वजह से यह काम करना शुरू कर देता है। पूरी प्रक्रिया 5 सेकंड का समय लेती है।