Sunday, October 19

इंदौर की पिच को लेकर विवाद गहराया, जल्द आईसीसी ले सकता है एक्शन

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बार्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुक़ाबला इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस पिच पर स्पिन गेंदबाजो को ज़रूरत से ज्यादा टर्न मिल रहा है। नाथन लायन को पहले दिन 4. 8 डिग्री का टर्न मिला। जिसके बाद इस पिच को लेकर विवाद खड़ा हो गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज मार्क वॉ, मैथ्यू हेडन समेत कई पूर्व खिलाड़ियों ने पिच को लेकर सवाल खड़े किए हैं। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द आईसीसी इसको लेकर कोई एक्शन ले सकता है।

इंदौर की बल खाती पिच पर भारत की पारी 33. 2 ओवर में 109 रन पर सिमट गयी। पुणे टेस्ट में भारत ने दो पारियों में 107 और 105 बनाए थे, और यह उसके बाद घर पर भारत का न्यूनतम स्कोर है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन पिच से मिल रही जबरदस्त टर्न और असमतल उछाल ने भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया और वे अपने विकेट गंवाते चले गए। नागपुर और दिल्ली में भारतीय स्पिनरों ने जो ऑस्ट्रेलिया के साथ किया था ,वही ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने तीसरे टेस्ट में भारत के साथ कर दिया।

पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर को लगता है कि भारत में तीन दिन के अंदर टेस्ट समाप्त होने का चलन सही नहीं है। वेंगसरकर ने कहा, ‘अगर आप अच्छा क्रिकेट देखना चाहते हैं तो पिच से ही सारा अंतर पैदा होता है। आपके पास ऐसे विकेट होने चाहिए जहां बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को बराबरी का मौका मिल सके। अगर पहले ही दिन और पहले ही सत्र से गेंद टर्न लेने लगेगी और वो भी असमान उछाल के साथ तो इससे टेस्ट क्रिकेट का मजाक ही बनता है।

इंदौर की बल खाती पिच पर भारत की पारी 33. 2 ओवर में 109 रन पर सिमट गयी। पुणे टेस्ट में भारत ने दो पारियों में 107 और 105 बनाए थे, और यह उसके बाद घर पर भारत का न्यूनतम स्कोर है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन पिच से मिल रही जबरदस्त टर्न और असमतल उछाल ने भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया और वे अपने विकेट गंवाते चले गए। नागपुर और दिल्ली में भारतीय स्पिनरों ने जो ऑस्ट्रेलिया के साथ किया था ,वही ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने तीसरे टेस्ट में भारत के साथ कर दिया।
पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर को लगता है कि भारत में तीन दिन के अंदर टेस्ट समाप्त होने का चलन सही नहीं है। वेंगसरकर ने कहा, ‘अगर आप अच्छा क्रिकेट देखना चाहते हैं तो पिच से ही सारा अंतर पैदा होता है। आपके पास ऐसे विकेट होने चाहिए जहां बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को बराबरी का मौका मिल सके। अगर पहले ही दिन और पहले ही सत्र से गेंद टर्न लेने लगेगी और वो भी असमान उछाल के साथ तो इससे टेस्ट क्रिकेट का मजाक ही बनता है।