पूरी दुनिया आज 14 फरवरी के दिन को वैलेंटाइन डे मना रही है, लेकिन भारतीय के लिए कभी नहीं भूलने वाला काला दिन है। इतिहास मे 14 फरवरी का दिन जम्मू कश्मीर की एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। इस आतंकी घटना को भले चार साल हो गए है, लेकिन उसके जख्म आज तक हरे हैं। आतंकवादियों ने इस दिन को देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमला किया था। पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी। इस घटना में 40 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हुए।
पाकिस्तान को ऐसे सिखाया सबक
पुलवामा हमला भारत में हुए बड़े आतंकी हमलों में से एक था। इसमें भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि इस हमले के बाद भारत ने जिस तरह से पाकिस्तान को सबक सिखाया उसे कभी नहीं भूल पाएगा। भारत ने कड़े कदम उठाते हुए पुलवामा हमले का बदला लिया। हमारे बहादुर सैनिकों ने इस हमले का जवाब बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर उसके आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। भारत के इस कदमों से पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ था।
एयर स्ट्राइक से आतंकी ठिकानों को किया नष्ट
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने सबक सिखाने के लिए 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के बालाकोट में दाखिल हुई। एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया। इसके अगले दिन 27 फरवरी को पाकिस्तान की वायु सेना भारत को जवाब देने के लिए जम्मू कश्मीर में घुसकर हवाई हमला करती है। इसके जवाब में भारतीय वायुसेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया।
अमरीका सहित अन्य देशों ने बनाया दबाव
इस दौरान भारतीय मिग-21 पाकिस्तानी सेना के हमले की चपेट में आ जाता है और पाकिस्तान में गिर जाता है। इसके बाद मिग-21 के पायलट अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तानी सैनिक पकड़ लेते हैं। इसके बाद 1 मार्च 2019 को अमरीका और अन्य देशों के दबाव की वजह से पाकिस्तानी सेना अभिनंदर वर्धमान को रिहा कर देती है।
ऐसी तबाही मचाई की कांप उठे दुश्मन
भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 जेट्स ने ऐसी तबाही मचाई की दुश्मन कांप उठे। दुश्मन को भागने के लिए भी जगह नहीं मिली। पूरे देश में माहौल ही बदल गया। हर किसी की जुबान पर एयर स्ट्राइक का जिक्र और वायु सेना की बहादुरी की चर्चा थी। सेना ने इस एयरस्ट्राइक को पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि बताया
300 आंतकियों को उतारा था मौत के घाट
26 फरवरी की रात के तकरीबन तीन बजे भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) को पार करके बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को धवस्त किया। सूत्रों के अनुसार, इस हमले में पाकिस्तान द्वारा पोषित 300 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया। इतना ही नहीं एयरस्ट्राइक में तकरीबन हजार किलो बम आतंकी ठिकानों पर बरसाए गए। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से बदला लेने का प्लान बनाने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए अजित डोभाल को दी थी। उनके अलावा, तत्कालीन वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने भी एयरस्ट्राइक में अहम भूमिका निभाई थी।
पाक से सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म कर दिए। यही नहीं भारत की तरफ से पाक से सर्वाधिक तरजीही देश का दर्जा भी वापस ले लिया गया। इससे पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर काफी नुकसान उठाना पड़ा। भारत सरकार ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ऑन मनी लॉन्ड्रिंग (FATF) से पाक को ब्लैक लिस्ट में डालने की मांग भी की थी।