विदिशा। पिछले माह राजस्व वसूली में प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त करने का पुरस्कार जीतने वाली नपा में दूसरे माह ही वेतन के लाले पड़ गए हैं। वसूली भी गत माह की अपेक्षा कम रही तो वहीं भोपाल से मिलने वाली चुंगी क्षति पूर्ति राशि भी अभी नहीं मिल पाई, जिससे बड़ी संख्या में कर्मचारी माह गुजरने के कई दिन बाद भी वेतन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। —————
मालूम हो कि शहर के जलकर, संपत्तिकर, दुकान किराया आदि में नपा को 25 करोड़ से अधिक की राशि उपभोक्ताओं से वसूलना है। इसके लिए कर्मचारियों पर पिछले दो वर्ष से लगातार दवाब बना हुआ है। कर्मचारियों को वेतन रोकने की चेतावनी एवं पूर्व में कम राजस्व वसूली पर अन्य कार्रवाई भी कर्मचारियों पर होती आई है। पिछले नवंबर माह में वसूली के लिए 1 करोड़ का लक्ष्य नपा की राजस्व शाखा को दिया गया था। कर्मचारियों ने भी इस वसूली के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया और 1 करोड़ से अधिक राशि की वसूली की। इस पर नपा को राजस्व वसूली में उत्कृष्ट कार्य करने एवं प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर मुख्यमंत्री द्वारा 15 लाख की राशि से नपा को सम्मानित किया था।
इस माह करीब 60 लाख तक पहुंची वसूली
वहीं पिछले माह की अपेक्षा दिसंबर माह में 1 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध राजस्व वसूली करीब 60 लाख रुपए तक हो पाई। वहीं शासन से भी राशि की मदद नहीं मिल पाई जिससे कर्मचारियों के वेतन भुगतान का संकट आ गया है। कर्मचारियों का मानना है कि यह पहला मौका नहीं है। पिछले कई माह से इस तरह की िस्थति बन रही वेतन माह निकलने के कई दिनों बाद मिल पा रहा है। अभी एक दिन पूर्व ही नियमित कर्मचारियों को वेतन मिल पाया जबकि मंगलवार को कुछ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन मिला, जबकि अभी बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मचारी वेतन से वंचित बने हुए हैं।
1058 कर्मचारी, वेतन भुगतान 2 करोड़ से अधिक
मिली जानकारी के अनुसार हर परिषद ने कर्मचारियों की भर्तियां होती आई जिससे कर्मचारियों की संख्या करीब 1058 पर पहुंच गई और कर्मचारियों के वेतन पर करीब 2 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च होते हैं। वाहनों में डीजल और बिजली बिल मिलाकर करीब नपा का हर माह का खर्च करीब 3 करोड़ है। पहले सरकार से आर्थिक मदद मिलती आई तो समस्या नहीं थी लेकिन अब शासन से मिलने वाली चुंगी क्षति पूर्ति एवं शहर में बकाया वसूली राशि पर ही वेतन सहित अन्य खर्च आश्रित है। जबकि खर्चे कम करने के तरफ ध्यान नहीं दिए जाने से बजट गड़बड़ाया हुआ है और नपा पिछले दो वर्ष से आर्थिक संकट से जूझ रही है।
वर्जन
कर्मचारियों को वेतन भुगतान किया जा रहा है। राजस्व की कम वसूली एवं शासन से चुंगी क्षतिपूर्ति के रूप में मिलने वाली करीब डेढ़ से दो करोड़ की राशि अभी नहीं मिली है। इसलिए वेतन भुगतान में कुछ समस्या आई है।
-सीपी राय, सीएमओ, नपा