चक्रवाती तूफान मैंडूस अब भले ही कमजोर पड़ चुका है। लेकिन इसके कारण दक्षिण भारतीय राज्यों में बारिश का सिलसिला अब भी जारी है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी में इस तूफान के कारण बीते दिनों जमकर बारिश हुई। अब यहां बारिश की रफ्तार धीमी तो पड़ गई है। लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान में तमिलनाडु के कई जिलों में अभी भी अगले दो दिन तक मध्यम से लेकर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए आज सोमवार 12 दिसंबर को भी तमिलनाडु के कई जिलों में स्कूल बंद रखा गया है। तमिलनाडु के कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और विल्लुपुरम में आज भी बारिश का अलर्ट है। इस कारण इन तीनों जिलों में आज भी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है।
5-10 दिसंबर तक बंद थे स्कूल-कॉलेज
मालूम हो कि मैंडूस के कारण तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी के बाद 27 जिलों में 5 से लेकर 10 दिसंबर तक स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे। इस दौरान होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की गाइडलाइन दी गई थी। हालांकि तूफान के कमजोर पड़ने के बाद मछुआरों को सात दिनों के बाद समुद्र में जाने की इजाजत अब दे दी गई
7 दिन बाद आज समुद्र में जाएंगे मछुआरे
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवाती तूफान मैंडूस और बारिश की घोषणा के बाद मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का आदेश दिया था। निर्देश के बाद कराईकलमेडु, पट्टिनाचेरी, किलिंजलमेडु और कराईकल सहित 11 गांवों के मछुआरे 5 दिसंबर से समुद्र में नहीं गए थे। तमिलनाडु मत्स्य विभाग से अनुमति मिलने के बाद मछली पकड़ने लगभग 10,000 मछुआरे 300 नावों में समुद्र में उतरे।
किसान कर रहे क्षतिपूर्ति की मांग
आईएमडी ने रविवार को एक बयान में कहा कि चक्रवात मैंडूस उत्तर आंतरिक तमिलनाडु और इसके पड़ोस में कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर हो गया है। दूसरी ओर चक्रवाती तूफान के कारण हुई बारिश से किसानों को व्यापक नुकसान हुआ है। खेतों में जलजमाव के कारण फसल बर्बाद हो गई है। ऐसे में आंध्र प्रदेश के किसान क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं।
केरल के 11 जिलों में येलो अलर्ट
इधर चक्रवाती तूफान मैंडूस के कारण केरल में भी बारिश हो रही है। इसे लेकर मौसम विभाग ने केरल के 11 जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया था। तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पठानमथिट्टा जिलों को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में हल्की से भारी बारिश की चेतावनी दी है। मछुआरों को चेतावनी दी गई है कि वे मंगलवार तक समुद्र में न जाएं, क्योंकि समुद्र में उथल-पुथल रहेगी और ऊंची लहरें भी उठ सकती हैं।