
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हुए कातिलाना हमले के बाद उनकी पार्टी ने तीन नामों पर शक जताया है…कहा जा रहा है कि खुद इमरान खान ने इन तीन लोगों पर हमले का शक जताया है। पीटीआई ने एक ट्वीट किया है जिसमें इस हमले में पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल को जिम्मेदारा माना है। पीटीआई के नेता असद उमर और मियां असलम इकबाल ने कहा है कि इमरान खान ने हमें बयान जारी करने के लिए कहा था। उनका मानना है कि तीन लोग इस हमले के लिए जिम्मेदार हैं, जिनके नाम- शहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल है। इन्हीं लोगों के इशारे पर यह हमला किया गया।
हमलावर गिरफ्तार
बता दें, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रैली में गुरुवार (3 नवंबर, 2022) को फायरिंग हुई है। गोलीबारी में इमरान खान को भी गोली लगी है। इनके अलावा नौ अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं एक शख्स की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि पुलिस ने इस मामले में एक हमलावर को भी गिरफ्तार किया है। वहीं इमरान खान को लाहौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमलावर ने कहा- लोगों को गुमराह कर रहे थे इमरान खानपुलिस के अनुसार हमलावर ने इमरान खान की वजीराबाद में हुई रैली में फायरिंग की थी। इस मामले में पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार भी किया है। जिसने अपना गुनाह कबूल किया है। हमलावर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इमरान लोगों को गुमराह रहे थे। मुझसे यह देखा नहीं गया। अजान के समय डेक बजाकर शोर कर रहे थे। मैंने केवल इमरान खान को मारने की कोशिश की। इसलिए उसने इस तरह का कदम उठाया।
लेकिन इस हमलावार के बयानों पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस आशय के कई ट्वीट वायरल हो रहे हैं। इन ट्वीट में हमलावर के कबूलनामे पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जैसे कि एक ट्वीट में कहा गया है कि – गौर कीजिए कि, AK-47 धारी हमलावर से पिस्तौल में गोलियों की संख्या पूछी तो उसने पहले नौ दस कहा, फिर एक पल के लिए उसने बगल में बैठे आदमी की ओर देखा जिसने “छब्बीस” कहा तो वह भी छब्बीस ही कहने लगा!!!
साफ है कि उसके मुंह में उत्तर डाले जा रहे हैं।दूसरे ट्वीट में कहा गया है कि इस कबूलनामे का स्टेटमेंट वायरल करने के लिए रिकॉर्ड किया गया है…वह किसी से बात नहीं कर रहा है…किसी के सवाल का जवाब नहीं दे रहा है। बस, अभिभावदन करके वह अपना स्टेटमेंट जारी कर देता है। ये सारे बयान आप नीचे दिए गए ट्वीट में सुन सकते हैं, पढ़ सकते हैं।
पीटीआई महासचिव के बयान के प्रसारण पर लगी रोक
वहीं पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक एंड मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) ने कई समाचार चैनलों को पीटीआई नेता असद उमर के वीडियो को प्रसारित करने से प्रतिबंधित कर दिया है, जिसमें उन्होंने “तीन संदिग्धों” का नाम लिया है, जिनके बारे में दावा किया जा रहा है कि वे वजीराबाद में पीटीआई नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के काफिले पर हमले के पीछे थे।
पेमरा की ओर से गुरुवार को जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि: “इस तरह की सामग्री के प्रसारण से लोगों में नफरत पैदा होने की संभावना है या कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिकूल है या इससे सार्वजनिक शांति के भंग होने या राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में पड़ने की संभावना है। संविधान के अनुच्छेद 19 और पीईएमआरए अध्यादेश 2002 की धारा 27 के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आचार संहिता 2015 का गंभीर उल्लंघन है।”
इसमें कहा गया है कि पीटीआई प्रमुख पर हमले की जांच चल रही है और “जांच पूरी होने से पहले सोशल मीडिया पर प्रसारित पीटीआई के एक वरिष्ठ नेता के इस तरह के बयान से इस स्तर पर जांच और जांच पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।”
इसके बाद, बयान में कहा गया है कि पेमरा “इसके द्वारा पीटीआई नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे ऐसे बयानों के प्रसारण और उनके पुन: प्रसारण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है, जो निराधार, बदनाम करने वाले हैं और राज्य संस्थानों के खिलाफ आरोप लगाते हैं।”
लेकिन इसके बावजूद पीटीआई के ट्विटर एकाउंट पर लगातार इस तरह के बयान बने हुए हैं।
अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी: इमरान खान
वहीं हमले के बाद हमले के बाद इमरान खान का भी बयान भी सामने आया है। इमरान खान ने कहा कि अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी है। इसका बदला जरूर लिया जाएगा। मैं दोबारा लड़ाई लड़ूंगा।
वहीं हमले के बाद हमले के बाद इमरान खान का भी बयान भी सामने आया है। इमरान खान ने कहा कि अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी है। इसका बदला जरूर लिया जाएगा। मैं दोबारा लड़ाई लड़ूंगा।
सभी घायलों के जल्द दुरुस्त होने की दुआ: मरियमपाकिस्तान की सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने सभी घायलों के जल्द सही होने की दुआ की है। उन्होंने कहा कि सियासी मैदान को खूनी मैदान न बनाएं। कोई भी सियासी बयानबाजी न करें। इमरान खान बीते 28 अक्टूबर से पाकिस्तान में मौजूदा सरकार के खिलाफ आजादी मार्च निकाल रहे हैं। वो तमाम शहरों में रैली के जरिए जतना को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें, चुनाव आयोग ने इमरान खान की संसद सदस्यता को खत्म कर दिया है।
