विदिशा. मीट-मटन और मांस-मछली की दुकानें 9 दिनों तक पूर्ण रूप से बंद रखने का फैसला लिया गया है, ये फैसला सिर्फ इसी साल नहीं बल्कि हर साल के लिए तय हो गया है, अब हर साल नवरात्र में 9 दिनों तक मीट-मटन और मांस-मछली की दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहेगी नवरात्र पर्व के पूरे नौ दिन तक नगर में मीट की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। यह महत्वपूर्ण फैसला पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन और नगर के मीट विक्रेताओं की बैठक में सर्व सम्मति से लिया गया।
इस निर्णय से सनातन संस्कृति के मानने वालों और देवी पूजा में आस्था रखने वाले सभी धर्मावलंबियों की भावनाओं के अनुकूल माना जा रहा है। इस फैसले को सोशल मीडिया पर भी खूब सराहा जा रहा है। शहर के धार्मिक लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मीट मार्केट के व्यवसायियों ने नवरात्र में मीट की दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है। कुछ दिनों से नगर के लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की जा रही थी कि नवरात्र के त्यौहार में नगर की मीट शॉप बंद कराई जाना चाहिए।
लोगों की धार्मिक भावनाओं और मांग को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन ने शहर के मटन व्यवसायियों की बैठक बुलाई और उन्हें शहर के धार्मिक लोगों की भावनाओं से अवगत कराया और नवरात्र के नौ दिन तक हर साल शहर की मीट-मटन की दुकानें बंद रखने का अनुरोध किया ताकि शहर के लोगों की भावनाओं का सम्मान हो सके। इस पर पूरी चर्चा के बाद मीट विक्रेताओं ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि नवरात्र तक सभी मटन दुकानें बंद रखी जाएंगी। इस बैठक में पूर्व नपाध्यक्ष टंडन के अलावा भाजपा नेता तेजेंदर सिंह बन्नू, लईक बाबा, शकील कुरैशी, इकराम कुरैशी, बबलू कुरैशी, नावेद खान, यूनिस, फरवजा, अल्फेज सहित अनेक मीट विक्रेता मौजूद रहे।
सोशल मीडिया पर हो रहा था विरोध
नवरात्र के दौरान मीट-मटन की दुकानें बंद रखने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से मांग चल रही थी। शिवसेना ने भी पुलिस को ज्ञापन देकर नवरात्र में मीट और मदिरा की दुकानों का समय तय करने की मांग की थी। सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भी सामने आने लगा था। इस सबको देखते हुए भाजपा नेता मुकेश टंडन ने पहल की और मीट विक्रेताओं के सकारात्मक सहयोग से विरोध का कारण ही खत्म कर दिया गया और मांग मान ली गई।