खंडवा। घर की खुशहाली और समृद्धि की कामना के लिए रविवार को महिलाओं ने दशा माता का पूजन किया। महिलाएं ब्रह्म मुहूर्त में पीपल की पूजा करने सार्वजनिक स्थानों पर पहुंचीं। हाथों में पूजा थाल व मंगल गीत गाते महिलाओं ने पूजन किया।
पीपल वृक्ष की दस बार परिक्रमा की और कच्चे सूत का धागा लपेटा। कुमकुम, मेहंदी लगाई और चुनरी चढ़ाई। आटे और हल्दी से बनी सोलह शृंगार की सामग्री भी भेंट की। आरती के बाद चावल, लापसी का भोग लगाकर नारियल चढ़ाए। मांगरूल रोड पर पूजन करने आई पुष्पा शर्मा, कला महाजन, शोभा महाजन, संगीता शर्मा, सीमा मंडलोई, प्रभा ताम्रकर, सुनीता जैन, निशा शर्मा ने कहा पूजा के बाद नल-दमयंती की कथा सुनी। गले में धागा पहना। घरों के बाहर हल्दी-कुमकुम के छापे लगाए।
घर लाई पीपल की छाल : परंपरा के अनुसार दशा माता की पूजा कर महिलाओं ने छोटी उंगली से पीपल के तने से सूखी छाल का टुकड़ा निकाला। इसे घर ले गई और आभूषण की तरह संजोकर रखा। पूजन करने आई सीमा जोशी, राधा यादव, योगिता सोलंकी ने बताया मान्यता है कि ऐसा करने से घर की दशा अच्छी बनी रहती है।