महाराष्ट्र में शिंदे कैबिनेट विस्तार को लेकर अटकलें भले ही तेज हैं। लेकिन यह जितना आसान दिख रहा है उतना है नहीं। शपथ ग्रहण को 20 दिन से अधिक हो गए हैं लेकिन शिंदे कैबिनेट के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है। इसकी वजह यह भी है कि सरकार को डर है कि शिंदे गुट में शामिल कुछ विधायकों को अगर मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाता है तो वे सरकार का साथ छोड़ सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई के बाद राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र देवेंद्र फडणवीस ने एक बयान में कहा है कि हम मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद उनकी तरफ से मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जा सकता है। उद्धव ठाकरे के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ 30 जून को ली थी।
महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के बाद से ही मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरें लगातार सामने आ रही है। लेकिन पेंच फंसा हुआ है। जिसके चलते लोगों को गड़बड़ी का शक है। खबरें हैं कि सरकार को यह डर है कि शिंदे खेमे में शामिल लोगों को अगर मंत्री नहीं बनाया गया तो कुछ पाला बदल देंगे और उद्धव गुट में चले जाएंगे।
शिवसेना में तोड़फोड़ का सिलसिला अब भी जारी हैं। शिवसेना के 19 सांसदों में से 12 शिंदे गुट के साथ हैं। हालांकि सच्चाई यह भी है कि शिंदे गुट से अगर अब कोई नाराज भी हुआ तो वह उद्धव गुट में नहीं जा सकेगा। दरअसल शिंदे गुट की वैद्यता का केस सुप्रीम कोर्ट में है। कोर्ट ने सुनवाई के लिए अब 1 अगस्त की तारीख दी है।