Friday, September 26

श्रीलंका के प्रधानमंत्री बने दिनेश गुणवर्धने, पिता ने भारत की आजादी के लिए लड़ी थी लड़ाई

श्रीलंका में नए राष्ट्रपति के बाद अब अगले प्रधानमंत्री के नाम का भी ऐलान हो गया है। 72 वरषीय दिनेश गुणवर्धने अब श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री होंगे। संसद में सदन के नेता ने शुक्रवार को पीएम पद की शपथ ली। इससे पहले गुणवर्धने अप्रैल में पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान गृह मंत्री बनाए गए थे। गुणवर्धने राजपक्षे के साथ-साथ वर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के भी करीबी बताए जाते हैं। खास बात यह है कि दिनेश गुणवर्धने के पिता ने भारत की आजादी के लिए लड़ाई भी लड़ी थी। गुणवर्धने के परिवार का भारत से खास नाता रहा है।

दिनेश गुणवर्धने पिछली गोटबाया-महिंदा सरकार में विदेश मामलों और शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को अपने कैबिनेट को शपथ दिलाई। इसी दौरान दिनेश गुणवर्धने के नाम का भी ऐलान हुआ।

दरअसल विक्रमसिंघे के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री पद खाली हो गया था। रानिल विक्रमसिंघे ने 6 बार प्रधानमंत्री रहने के बाद एक दिन पहले देश के 8वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।

दिनेशन गुणवर्धने का भारत से खास कनेक्शन
श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने का भारत से खास कनेक्शन है। उनके परिवार ने भारत की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था। गुणवर्धने के पिता फिलिप गुणवर्धने ने भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी।

बताया जाता है कि पहले गुणवर्धने का परिवार भारत में ही रहता था। दरअसल उनके परिवार ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत में शरण ली थी। यही वजह कि गुणवर्धने परिवार का भारत की तरफ हमेशा से झुकाव रहा।

ट्रेड यूनियन के नेता के रूप में की राजनीति की शुरुआत
दिनेश गुरणर्धने ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत बतौर ट्रेड यूनियन के नेता के रूप में की। संयुक्त राज्य अमरीका और नीदरलैंड में शिक्षित दिनेश गुणवर्धने के पिता भी एक ट्रेड यूनियन नेता थे।

दिनेश गुणवर्धने के पिता फिलिप को श्रीलंका में समाजवाद के जनक के रूप में जाना जाता है। फिलिप गुणवर्धने का भारत के प्रति प्रेम और साम्राज्यवादी कब्जे के खिलाफ स्वतंत्रता की दिशा में प्रयास 1920 के दशक की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका से शुरू हुआ था। बताया जाता है कि, दिनेश की मां ने भी भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में पति फिलिप का साथ दिया।

जय प्रकाश नारायण और वीके कृष्ण मेनन से दोस्ती
दिनेश गुणवर्धने का भारत से एक और कनेक्शन है। दरअसल जनता पार्टी के प्रमुख रहे जयप्रकाश नारायण और वीके कृष्ण मेनन उनके गहरे मित्र रहे।

विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में इन तीनों के बीच दोस्ती हुई थी। उन्होंने अमरीकी राजनीतिक हलकों में साम्राज्यवाद से स्वतंत्रता की वकालत भी की।