महाराष्ट्र की राजनीति में कई तरह के उलटफेर हो रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे देर रात दिल्ली दौरे पर पहुंचे हैं। शिंदे आधी रात को मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे की अपनी यात्रा के दौरान वकीलों से मिलेंगे और राज्य में जारी सत्ता संघर्ष को लेकर चर्चा करेंगे। दरअसल बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना में फूट से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई होगी। यह सभी याचिकाएं शिवसेना (उद्धव गुट) द्वारा दायर की गयी है।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एनवी रमणा की अगुवाई में तीन जजों बेंच इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। इस वजह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का दिल्ली दौरा काफी अहम बताया जा रहा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दिल्ली में महाराष्ट्र सदन में ठहरे हुए है। मीडिया से रूबरू होते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा “मैं ओबीसी (OBC) आरक्षण पर चर्चा करने के लिए दिल्ली आया हूं क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ओबीसी को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह राज्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। हमने ओबीसी आरक्षण मामले की तैयारी पर वकीलों के साथ चर्चा की है।”
उद्धव ठाकरे खेमे द्वारा देश की शीर्ष कोर्ट में दाखिल याचिका पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा “हमें अपनी न्यायपालिका पर अटूट विश्वास और भरोसा है। लोकतंत्र में बहुमत (विधानसभा में) का महत्व होता है। हमने सभी नियमों का पालन किया है।“
वहीँ, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी संभावना है। जबकि दोपहर में मुख्यमंत्री शिंदे और शिवसेना सांसदों के महाराष्ट्र सदन में एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की भी खबर है। इस दौरान करीब एक दर्जन शिवसेना सांसद उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने का ऐलान कर सकते है।
बता दें कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को बीते महीने वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे की अगुवाई में विधायकों की बगावत का सामना करना पड़ा। पार्टी के अधिकतर विधायकों ने शिंदे का पक्ष लिया, जिससे महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई। जिसके चलते उद्धव ठाकरे को 29 जून को सीएम की कुर्सी से हटना पड़ा। फ़िलहाल पार्टी के दोनों धड़ों के बीच असली शिवसेना को लेकर तनातनी बनी हुई है और मामला सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर है।