रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मार्च 2023 तक भारत को 5G सर्विस मिलने लगेगी, जो 4G से 10 गुना तेज होगी। इससे पहले उन्होंने एक दिन पहले 5G स्पेक्ट्रम निलामी करने के लिए दूरसंचार विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी। उन्होंने बताया कि 20 साल की की वैलिडिटी के साथ कुल 72 गीगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम की नीलामी जुलाई के अंत तक पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 5G सर्विस के लिए कई टेक्नोलॉजी, कोर नेटवर्क को भारत द्वारा बनाया जाएगा, जो भारत के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 5G स्पेक्ट्रम निलामी के लिए सर्विस ऑपरेटरों द्वारा अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह भारतीय दूरसंचार के लिए एक नए युग की शुरुआत है। वह समय अब दूर नहीं जब भारत 5G सर्विस और आने वाली 6G सर्विस के क्षेत्र में अग्रणी देश के रूप में उभरने वाला है।
5G सर्विस को रोल-आउट करने के लिए बैकहॉल स्पेक्ट्रम की आवश्यकता
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5G सर्विस को रोल-आउट पर्याप्त बैकहॉल स्पेक्ट्रम की उपलब्धता भी आवश्यक है। इसकी मांग को पूरी करने के लिए मंत्रिमंडल ने दूरसंचार सर्विस ऑपरेटरों को ई-बैंड में प्रत्येक 250 मेगाहर्ट्ज के 2 वाहक अस्थायी रूप से आवंटित करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5G सर्विस को रोल-आउट पर्याप्त बैकहॉल स्पेक्ट्रम की उपलब्धता भी आवश्यक है। इसकी मांग को पूरी करने के लिए मंत्रिमंडल ने दूरसंचार सर्विस ऑपरेटरों को ई-बैंड में प्रत्येक 250 मेगाहर्ट्ज के 2 वाहक अस्थायी रूप से आवंटित करने का निर्णय लिया है।
स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए मंजूरी
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने स्पेक्ट्रम की नीलामी करने के दूरसंचार विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब दूरसंचार विभाग स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगा, जिसके बाद 5G सर्विस ऑपरेटरों को स्पेक्ट्रम दिया जाएगा।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने स्पेक्ट्रम की नीलामी करने के दूरसंचार विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके बाद अब दूरसंचार विभाग स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगा, जिसके बाद 5G सर्विस ऑपरेटरों को स्पेक्ट्रम दिया जाएगा।
भारत सफल होता है तो दुनिया होगी सफल
सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कुछ महीनों के अंदर हम इसके लिए पहले समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं। इसके लिए मैं आईएमईसी अधिकारियों से मिलने के लिए बेल्जियम जा रहा हूं। दुनिया को सेमीकंडक्टर चिप बनाने के लिए भरोसेमंद साथी की जरूरत है और भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो उनका भरोसेमंद साथी हो सकता है। आज भारत की ओर पूरी दुनिया सकारात्मक नजर से देख रही है। अगर भारत सफल होता है, तो दुनिया सफल होगी।
सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कुछ महीनों के अंदर हम इसके लिए पहले समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं। इसके लिए मैं आईएमईसी अधिकारियों से मिलने के लिए बेल्जियम जा रहा हूं। दुनिया को सेमीकंडक्टर चिप बनाने के लिए भरोसेमंद साथी की जरूरत है और भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो उनका भरोसेमंद साथी हो सकता है। आज भारत की ओर पूरी दुनिया सकारात्मक नजर से देख रही है। अगर भारत सफल होता है, तो दुनिया सफल होगी।