विदिशा। मध्यप्रदेश के विदिशा के नगरपालिका की स्थिति अभी कुछ समय पहले तक कंगाली के दौर से गुजरने के चलते यहां इसके पास कर्मचारियों के वेतन के लिए भी पैसा जुटाना मुश्किल हो रहा था, वहीं इस कडक़ी के दौर में शहर की हालत भी बदहाल बनी रही। और विकास कार्य तो दूर मरम्मत कार्यों पर भी मानो अघोषित सी आचार संहिता लग गई हुई थी, तो गलियों की बात दूर है, ऐसे में यहां तक की मुख्य सडक़ें और चौराहे भी पैसों के अभाव में दुर्दशा झेल रही थी।
मिली जानकारी के अनुसार, दो जून से एनओसी प्रमाण पत्र दिया जाना शुरू किया गया है। शनिवार तक संपत्तिकर में 10 लाख 33 हजार 730 रुपए जमा हुए हैं। वहीं जलकर में 9 लाख 12600 रुपए की राशि आई है। जबकि सीवेज कनेक्शन का बकाया जो काफी लोग जमा नहीं कर रहे थे।
इस कनेक्शन राशि के भी करीब 63 हजार रुपए जमा हुए है। इसी तरह दुकान किराया की राशि में 2 लाख 13 हजार 500 रुपए की राशि जमा हो चुकी है। जबकि 1 लाख से अधिक राशि चेक से भी जमा हुई है। अभी तक 188 उपभोक्ताओं को यह एनओसी प्रमाण पत्र दिए जा चुके है।
बकाया बिजली बिल से मिले 45 लाख रु.
विद्युत वितरण कंपनी कार्यालय भी पंचायत एवं नगरीय निकाय के चुनाव के चलते एनओसी पाने के लिए उपभोक्ता बिजली बकाया राशि जमा कराने आए, जिनसे करीब 45 लाख रुपए की वसूली हई है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से करीब 40 लाख की वसूली हुई है। जबकि शहरी क्षेत्र से करीब 5 लाख की बकाया राशि जमा हो चुकी है।