नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी (ED) की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को नोटिस भेजने पर कांग्रेस ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। इसके साथ ही कांग्रेस ने 90 करोड़ रुपए का हिसाब भी बताया है। 67 करोड़ रुपए का भुगतान कर्मचारियों को किया गया, जबकि शेष राषि किराया, भवन और बिजली पर खर्च की गई। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला व राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अंग्रेजों के सामने कांग्रेस झुकी नहीं, बल्कि उससे आजादी की लड़ाई लड़ी है। अब केन्द्र सरकार से कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं, सीना ठोंक कर लड़ेंगे।
अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकार वार्ता में नेशनल हेराल्ड केस को लेकर कुछ तथ्य रखे। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण के तीन महत्वपूर्ण तथ्य है। उन्होंने कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत को लेकर खूब ऊलजलूल झूठ बोला गया व दुष्प्रचार किया गया। जब वहां भी कुछ नहीं हुआ, तो अब साढ़े सात साल के बाद मोदी जी की ईडी उस प्राईवेट कंप्लेंट के आधार पर केस दर्ज कर समन जारी किए हैं। मोदी सरकार जान ले कि इस प्रकार के फर्जी और मनगढ़ंत मामले दर्ज कर वो अपनी घिनौनी व कायराना साजिश में कामयाब नहीं हो सकते। कांग्रेस का नेतृत्व निर्भीक, निडर व अडिग है। हम ऐसे हथकंडों से डरने वाले नहीं, झुकने वाले नहीं, बल्कि सीना ठोंक कर जोर से लड़ेगे। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरी पार्टी और हर कार्यकर्ता उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर देश के प्रजातंत्र पर बोले जा रहे इस हमले की लड़ाई हम लड़ेगे भी और जीतेंगे भी।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत को जड़ उखाडऩे के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने साल 1937 में नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला, जिसके प्रणेता महात्मा गांधी, पंडित नेहरु, सरदार पटेल, परुषोत्तम दास टंडन, आचार्य नरेंद्र देव, रफ़ी अहमद किदवई व अन्य थे। अंग्रेजों को इस अखबार से इतना खतरा महसूस हुआ कि उन्होंने साल 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान नेशनल हेराल्ड पर प्रतिबंध लगा दिया, जो साल 1945 तक जारी रहा। आज़ादी के आंदोलन की आवाज़ बने इस अखबार का मूल मंत्र था आज़ादी खतरे में है, अपनी पूरी ताकत से इसकी रक्षा करें। आज फिर उस अंग्रेजी हुकूमत का समर्थन करने वाली विचारधारा आज़ादी के आंदोलन की आवाज़’ दबाने का षडयंत्र कर रही है। इस षडयंत्र के मुखिया स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और इसे लागू करने के लिए उनका चहेता व पालतू हथियार ईडी है। उन्होंने कहा कि देश को गुमराह करने के लिए आए दिन मुद्दों को भटकाने की राजनीति की माहिर मोदी सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। जिस मानसिकता ने अंग्रेजों का साथ दिया था, आज भी गुलामी की प्रतीक वो मानसिकता आज़ादी की कुर्बानियों से प्रतिशोध ले रही है। इस बार उन्होंने एक कायराना व डरपोक साजिश रची है। नेशनल हेराल्ड मामले में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी को अपनी पालतू ईडी से नोटिस जारी करवाया है। साफ़ है कि तानाशाह डर गया है। शासन के सभी मोर्चों पर अपनी नाकामियों को छिपाने में बुरी तरह विफ़ल होने के कारण वह छटपटा रहा है। देश को गुमराह करने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ़ एक घिनौना व कायरतापूर्ण षडयंत्र रचा जा रहा है। वह जान लें कि स्वतंत्रता के आंदोलन की यह आवाज उनके चक्रव्यूह को भेद डालेगी।