Wednesday, September 24

MP में बिजली की अघोषित कटौती, मात्र 5-6 घंटे मिल रही बिजली

भीषण गर्मी ने जहां आम लोगों का जीना वैसे ही मुश्किल कर रखा है, वहीं मध्यप्रदेश के प्रमुख गर्मी वाले शहरों में से एक भिंड के गोरमी नगर और सर्कल में पिछले 1 सप्ताह से विद्युत विभाग की लापरवाही से अघोषित लाइट कटौती हो रही है। 24 घंटे में मात्र 5 से 6 घंटे लाइट आ रही है।

इस वजह से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, ना तो पानी की सप्लाई आ रही है और ना ही लाइट से व्यापार करने वाले दुकानदार अपनी रोजी-रोटी कमा पा रहे हैं।कुल मिलाकर कह सकते हैं नगर में विद्युत विभाग इस समय भगवान भरोसे है। यंत्री अंकुर गुप्ता का ट्रांसफर शिवपुरी और प्रमोद शर्मा का ट्रांसफर गोहद हो गया है।

कुल मिलाकर कह सकते हैं नगर में विद्युत विभाग इस समय भगवान भरोसे है। यंत्री अंकुर गुप्ता का ट्रांसफर शिवपुरी और प्रमोद शर्मा का ट्रांसफर गोहद हो गया है।

इनका कहना है…
मोबाइल व्यापारी संजीव झा ने बताया कि एक सप्ताह से सारे दिन लाइट की कटौती हो रही है। इससे काम-धंधा चौपट है । दुकान का किराया निकलना भी मुश्किल हो रहा ह।

आटा चक्की व्यापारी रईस खान ने बताया कि लाइट सारे दिन आती-जाती रहती है, जिससे शादी विवाह का मौसम होने के बावजूद कोई काम-धंधा नहीं हो रहा है। गोरमी की लाइट तो भगवान भरोसे है।

नागरिकों ने कई बार की शिकायत
स्थानीय नागरिकों ने इसकी शिकायत एसई अशोक शर्मा एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। जब तक गोरमी में जूनियर इंजीनियर पद पर कोई जिम्मेदार अधिकारी पदस्थ नहीं होगा, तब तक गर्मी की बदहाल विद्युत व्यवस्था को पटरी पर लाना मुश्किल है। अघोषित लाइट कटौती से परेशान होकर कई परिवार तो ग्वालियर पलायन कर गए हैं ।

स्थानीय नागरिकों का कहना है जब भी किसी मोहल्ले में केबल टूट जाती है तो उस मोहल्ले की लाइट ना काटते हुए पूरे नगर की लाइट घंटों काट दी जाती है। ग्रामीण अंचल की हालत तो और ही और भी खराब है। यहां पर कोई सुनने वाला नहीं है।
उपयंत्री को खरी खोटी सुनाने से छुट्टी चले गए
गोरमी में पदस्थ उपयंत्री यादवेंद्र सिंह के साथ स्थानीय नागरिकों द्वारा लाइट की अघोषित कटौती की वजह से उनको खरी-खोटी सुना दी तो वह भी छुट्टी लेकर घर चले गए हैं। अब यहां न तो जिम्मेदार अधिकारी है न ही कोई जिम्मेदार कर्मचारी।
किसी मोहल्ले में केबल जल जाती है, किसी मोहल्ले में डीये टूट जाता है तो 5 से 6 घंटे कोई सुनने वाला नहीं है। भीषण गर्मी की वजह से आमजन बच्चे बुजुर्ग बेहद परेशान हैं। विद्युत मंडल कार्यालय में पदस्थ स्टाफ किसी का फोन नहीं उठाता है।