पुणे में आयोजित एक रैली में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने आज अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। बीते दिनों राज्य में शुरू हुए हनुमान चालीसा विवाद पर उन्होंने पूछा कि मातोश्री क्या कोई मस्जिद है, उसके सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने से दिक्कत क्या है? बता दें कि बीते दिनों शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीका का पाठ करने का ऐलान करने वाली अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को जेल की हवा खाने पड़ी थी। आज पुणे में आयोजित रैली में राज ठाकरे ने उस मसले पर अपने विचार रखे।
रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने राणा दंपती को सताया। उन्होंने उद्धव ठाकरे से यह पूछा कि उन्होंने कौन सा आंदोलन किया है। अपने बारे में उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तानी कलाकारों को मुंबई से बाहर निकाला। इस रैली में राज ठाकरे ने बीते दिनों रद्द हुई उनकी अयोध्या यात्रा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मेरे डॉक्टर ने लंबी यात्रा करने से मना किया है। इसलिए अबी अयोध्या यात्रा को टाला गया है।
सभा को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीन अहम मांगें की। पहली मांग में उन्होंने कहा कि मैं पीएम से अनुरोध करता हूं कि वो जल्द से जल्द पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करवाएं। दूसरी मांग में उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने की मांग की। तीसरी मांग में उन्होंने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने की डिमांड की।
उत्तर भारतीयों के खिलाफ दिए अपने बयानों को लेकर भी राज ठाकरे ने सफाई ती। उन्होंने कहा कि अपने राज्य में नौकरी मिले इसके लिए मैंने आंदोलन किया। बता दें कि बीते दिनों अयोध्या यात्रा की घोषणा पर यूपी के भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उनसे उत्तर भारतीयों के खिलाफ दिए गए बयानों को लेकर माफी मांगने की बात कही थी। इस पर उन्होंने कहा कि इतने दिनों बाद माफी की क्या जरूरत है। शिवसेना द्वारा उनपर बीते हुए हमलों को लेकर राज ठाकरे ने कहा कि शिवसेना असील हिंदूत्व तय नहीं करेगी।