दीमापुर
नागालैंड के दीमापुर में गुरुवार शाम को रेप के आरोपी के साथ भीड़ की हैवानियत पर केंद्र सरकार ने नागालैंड सरकार से रिपोर्ट तलब की है। इस बीच राज्य सरकार ने भी घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। इस घटना के बाद से दीमापुर में स्थिति सामान्य है, लेकिन इलाके में अभी भी धारा 144 लगाई गई है।
दीमापुर में गुरुवार को करीब 10 हजार लोगों की भीड़ ने सेंट्रल जेल में घुसकर रेप के आरोपी को अपने कब्जे में ले लिया था। भीड़ करीब आठ किलोमीटर तक उसे घसीटते और मारते-पीटते शहर के बीचोबीच स्थित घंटाघर तक ले गई, जहां उसकी हत्या कर शव को लटका दिया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में एक रिपोर्ट मांगी गई है। अधिकारी ने कहा कि दीमापुर सहित राज्य में हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से इस मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी गई है। दीमापुर में जन-जीवन सामान्य होने लगा है, हालांकि इलाके में अभी भी धारा 144 लागू है।जानकारी के मुताबिक जेल की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान भी लगे हुए थे, लेकिन आरोपी को बचाया नहीं जा सका। इस घटना का असर कानून व्यवस्था पर भी पड़ा है, क्योंकि पुलिस लाचार बन तमाशा देखती रही। सीआरपीएफ के जवान कोई कार्रवाई नहीं कर सके, क्योंकि बताया जा रहा है उन्हें कोई निर्देश ही नहीं मिले।
इस घटना के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है और पूरे शहर में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने नाकेबंदी कर दी। गुरुवार सुबह से ही शहर में बंद जैसी स्थिति बनी हुई थी। गलियों और सड़कों में भी कुछ ही गाड़ियां नजर आईं। दुकानें भी सुबह से बंद रहीं।
बुधवार शाम को न्यू मार्केट में कुछ स्थानीय युवाओं ने ‘बाहरी लोगों’ पर पत्थर हमला किया और दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक न्यू मार्केट में ज्यादातर दुकानें बांग्लादेशी प्रवासियों की हैं। कुछ स्थानीय युवाओं ने पुरानी मस्जिद को भी नुकसान पहुंचाया। रात आठ बजे के बाद ही हालात पर काबू पाया जा सका