Wednesday, October 22

पं. प्रदीप मिश्रा ने हादसे पर कहा- मेरे शिव ने जगदम्बा के साथ आकर गोदी में झेल लिया

सीहोर वाले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का शुक्रवार सुबह हरिद्वार में एक्सीडेंट हो गया। उनकी कार पहाड़ से टकराकर दो बार पलटी खा गई। उस वक्त वह नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन कर कथा स्थल की ओर लौट रहे थे। तभी ये हादसा हो गया। हालांकि पंडित प्रदीप मिश्रा समेत कार में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। प्रदीप मिश्रा की हरिद्वार में शिव महापुराण की कथा चल रही है। हादसे के बाद प्रदीप मिश्रा ने कथा स्थल पर पहुंचकर शिव महापुराण की कथा भी सुनाई।

पंडित प्रदीप मिश्रा शुक्रवार सुबह हरिद्वार से करीब 52 किमी दूर नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन के लिए निकले थे। इस दौरान उनके साथ तीन अन्य गाड़ियां भी थीं। जब पंडित प्रदीप मिश्रा एवं उनके भक्त दर्शन करके लौट रहे थे, तभी नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर से करीब पांच किमी दूर उनकी कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पहाड़ी से टकरा गई। गाड़ी की गति तेज होने से कार दो पलटी खाई। जहां पर कार पलटी, वहां एक तरफ पहाड़ था तो दूसरी तरफ गंगाजी का किनारा।

कथा में बताई पूरी घटना

कथा के दौरान पंडित मिश्रा ने हादसे की पूरी कहानी बताई। वे बोले- आज नीलकंठेश्वर महादेव के दर्शन करने गए थे। 52 किलोमीटर दूर है। ऊंचाई पर है। रास्ता भी छोटा है। पास से गंगाजी बह रही है। वापस लौटकर आ रहे थे। करीब 5 किलोमीटर नीचे आए होंगे। चार गाड़ी गई थी, जिस गाड़ी में हम बैठे थे वो पहाड़ से टकरा गई। टकराकर वो गाड़ी पलट गई। एक पलटी खाई रास्ता छोटा, ये सुबह साढ़े 8 बजे की बात है। बाबा की कृपा ऐसी थी कि अगर एक पलटी और खाती तो गाड़ी गंगा में चली जाती। गाड़ी में जब भी हम चलते हैं तो श्री शिवाय नमोस्तुभ्यमं का जाप करना हमारी आदत है। मंदिर और गाड़ी में भी श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप करते हैं। गाड़ी की दशा आप देख रहे होंगे । पूरी उल्टी हो गई। चारों पहिए ऊपर हो गए। कांच, खिड़की, दरवाजे सब चपटे हो गए। फिर भी मेरे महादेव ने ऐसी करुणा की कि हमको तो लगता है कि मेरे शिव ने जगदम्बा के साथ आकर गोदी में झेलकर यहां लाकर छोड़ दिया। ये है शिवकृपा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि शिव भक्त एवं प्रख्यात कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी के वाहन की दुर्घटना की सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर की कृपा से वह सकुशल हैं, प्रभु उन्हें दीर्घ आयु और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें, यही प्रार्थना करता हूं।

सूचना मिलते ही उमड़े लोग

हादसे की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। उनके साथ चल रहे भक्त एवं अन्य लोगों ने मिलकर गाड़ी के अंदर फंसे पंडित मिश्रा समेत अन्य लोगों को बाहर निकाला। यहां से प्रदीप मिश्रा दूसरी कार से हरिद्वार पहुंचे और कथा पंडाल पर कथा सुनाते समय अपने साथ हुई इस घटना का जिक्र किया।