Sunday, October 19

तीसरे दिन भी जारी रही प्रशासन की कार्रवाई-शिवरामपुर पड़रिया में कुरैशी के वेयरहाउस पर चली जेसीबी, विवाद की जड़ जमींदोज

विद्युत विभाग के एसई पर लोकायुक्त का छापा पड़वाने के बाद से जफर कुरैशी पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। पिछले 3 दिनों से प्रशासन की अलग-अलग विभाग की टीमें जफर कुरैशी और उसके रिश्तेदारों के अवैध धंधों पर छापेमारी में लगी हुई है।

शनिवार को राजस्व विभाग की टीम शिवरामपुर पड़रिया में कुरैशी के निमार्णरत वेयरहाउस पर पहुंची। इस दौरान तहसीलदार कमल मंडेलिया के नेतृत्व में वेयरहाउस के आगे शासकीय भूमि की नपती की गई। वहीं वेयरहाउस के आगे शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करके वेट ब्रिज मशीन का निर्माण कराया जा रहा था। जिसे प्रशासन ने तोड़ दिया।

वहीं इस पूरे विवाद की जड़ विद्युत ट्रांसफार्मर को भी जमींदोज कर दिया। इस दौरान नायब तहसीलदार दौजीराम अहिरवार ने बताया कि मौके पर जांच के दौरान पाया गया कि शिवरामपुर के शासकीय नंबर 526 जिसका रकबा 4 बीघा का है, इसमें से सात विस्वा जमीन पर जफर कुरेशी नए नलकूप खनन और अतिक्रमण कर ट्रांसफॉर्मर रखा गया था, जिसे हटाकर खंभों को तोड़ने की कार्रवाई की गई है।

कुछ दिनों पहले जफर कुरेशी ने अपने वेयरहाउस पर ट्रांसफॉर्मर के संबंध में विद्युत विभाग के एस ई संपूर्णानंद शुक्ला पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए थे, वहीं लोकायुक्त की टीम से छापा पड़वा कर 15 हजार की रिश्वत लेते हुए संपूर्णानंद को गिरफ्तार करवाया था।

जिसके बाद से जफर कुरैशी पर प्रशासन के अलग-अलग विभागों की कार्रवाई जारी है। बीते 3 दिनों में गुरुवार को जफर कुरैशी के रिश्तेदार अब्दुल मतीन की गिट्टी क्रेशर और शुक्रवार को अतर कुरैशी की पार्क सिटी कॉलोनी में अतिक्रमण पर कार्रवाई हुई है।

नॉट फॉर सेल सीमेंट की होगी जांच

कुरैशी के वेयरहाउस में 550 बोरी नॉट फोर रिटेल सीमेंट मिला है। बता दें कि इस सीमेंट का प्रयोग केवल शासकीय निर्माण कार्यों में प्रयोग किया जाता है। सीमेंट कंपनी से प्राइवेट वेयरहाउस के निर्माण करने किस प्रकार सीमेंट मिला है। प्रशासन इसकी भी जांच करेगा।