Tuesday, October 21

22 हजार करोड़ रुपए मिलें तो श्रीलंका में सुधरेंगे हालात, बारिश के बीच गोटबाया के घर के बाहर लोग कर रहे प्रदर्शन

आर्थिक संकट से जूझ रही श्रीलंका के खजाने में मात्र 5 हजार करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा है। आम जरूरत की चीजों की बेहद कमी है। लोग बारिश के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के हाउस के बाहर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी ने कहा कि उनके देश को लगभग 22 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है, जिससे कि इस स्थिति से निकला जा सकेगा।

साबरी ने आईएमएफ से मदद की अपील की है। संकट से निपटने के लिए भारत सरकार ने लगभग 4 हजार करोड़ रुपए की आर्थिक मदद कर चुकी है। वहीं विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने कार्यकारी अध्यक्ष पद समाप्त करने की मांग करते हुए पूरे राजपक्षे परिवार का इस्तीफा मांगा है।

श्रीलंका संकट के बड़े अपडेट्स…

  • संकट से निपटने में जुटी श्रीलंकन सरकार ने पी नंदलाल वीरसिंघे को श्रीलंका सेंट्रल बैंक की कमान सौंपी है। सरकारी आदेश मिलते ही वीरसिंघे ने पद ग्रहण कर लिया है।
  • UN ने श्रीलंकन सरकार को सलाह दी है कि आर्थिक संकट के बीच अपने लोगों से बात करें और प्रदर्शन खत्म करने के लिए कहे।
  • सेंट्रल बैंक के पूर्व गवर्नर अजित निवार्ड कबराली ने कहा कि मैं देश छोड़कर नहीं जाऊंगा। जो भी जांच होगी, मैं उसमें सहयोग करूंगा।

राजपक्षे के घर के बाहर आम लोगों का प्रदर्शन
शनिवार को भी श्रीलंका में प्रदर्शन का दौर जारी रहा। सेना और पुलिस ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के निवास की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है। कोलंबो स्थित अमेरिकी दूतावास के सामने जमा हुए प्रर्दशनकारियों का कहना था कि अमेरिका, श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की अमेरिका में संपत्ति को फ्रीज करे।

अमेरिका में बसे श्रीलंकाई लोगों ने महिंदा राजपक्षे के बेटे के न्यूयॉर्क स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया। लंदन में भी श्रीलंकाई लोगों ने दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया।

श्रीलंका में जरूरी दवाओं के दाम 20% बढ़े
श्रीलंका में जरूरी दवाओं के दाम फिर से बढ़ गए है। सरकार ने सभी दवाओं पर 20% की बढ़ोतरी की है। ड्रग्स कंट्रोलर ने कहा कि जिन दवाओं पर पहले दाम बढ़ाए गए थे, उन पर यह लागू नहीं होगा। यह फैसला दवाओं की कमी की वजह से किया गया है।