Saturday, October 18

काशी पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री LIVE:एयरपोर्ट से शहर के रास्ते जगह-जगह हुआ स्वागत, लोकनृत्य और डमरू के निनाद पर गूंजा हर-हर महादेव

नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी आरजू राणा देउबा वाराणसी पहुंच गए हैं। उनके साथ 40 सदस्यीय दल भी आया है। वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनके डेलिगेशन का स्वागत CM योगी आदित्यनाथ ने किया। अब वे शहर के लिए निकले हैं।

एयरपोर्ट से शहर की ओर जाने पर नेपाल के प्रधानमंत्री का जगह-जगह स्वागत हो रहा है। आगमन को लेकर सुबह से ही लोकनृत्य और संगीत हो रहा है। अब वह काशी विश्वनाथ और बाबा कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे।

आइए आपको बताते हैं कि नेपाल के पीएम के लिए काशी को कैसे तैयार किया गया है…

इस सांस्कृतिक आयोजन में पूरे उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति की आभा सुबह से ही दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री देउबा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में डमरू का निनाद सुनेंगे तो बाबा कालभैरव तिराहा पर शहनाई का आनंद उठाएंगे। यह पूरा आयोजन संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश की ओर से किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के लिए पूरे उत्तर प्रदेश के कलाकार वाराणसी पहुंचे हैं और सुबह से ही पश्चिमी यूपी से लेकर बुंदेलखंड, अवध, पूर्वांचल और सोनांचल आदि क्षेत्रों के लोकनृत्य कर रहे हैं।

सोनभद्र के आदिवासियों ने नृत्य कर किया WELCOME

वाराणसी में देउबा के पहुंचने पर जगह-जगह मयूर नृत्य, दीवारी, पाईडंडा लोकनृत्य हुआ। वहीं, सरायकाजी बस स्टैंड पर सोनभद्र के आदिवासियों ने लोकनृत्य कर नेपाल के पीएम का वेलकम किया। तरना स्थित सेठ जयपुरिया स्कूल के गेट पर नटवरी लोक नृत्य, संत अतुलानंद तिराहा पर सोनभद्र का ही आदिवासी नृत्य, सर्किट हाउस पर बुंदेलखंड का राई नृत्य, पुलिस लाइन चौराहा पर अवध का धोबिया और पूर्वांचल का फरुवाही लोक नृत्य से कलाकारों ने पीएम देउबा का स्वागत किया।

देउबा का काफिला कचहरी और ताज होटल तिराहे पर पहुंचा, जहां पर आदिवासी और मयूर लोक नृत्य से उनका स्वागत किया गया। चौकाघाट पर मसक बीन और धोबिया लोक नृत्य, लहुराबीर क्रॉसिंग पर कई तरह के लोक नृत्य, मैदागिन चौराहे पर मयूर नृत्य और बम रसिया (नगाड़ा) की प्रस्तुति हुई।

पशुपतिनाथ मंदिर में करेंगे दर्शन

काशी में शेर बहादुर देउबा बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ और नेपाली मंदिर में दर्शन-पूजन करने के साथ ही गंगा आरती के साक्षी बनेंगे। इस मौके पर उनके साथ CM योगी आदित्यनाथ रहेंगे। बता दें कि नेपाली मंदिर का इतिहास 200 साल से भी पुराना है। इसका निर्माण नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के तर्ज पर किया गया था। ललिता घाट के पास स्थित मंदिर बाहर से देखने में हूबहू पशुपतिनाथ जैसा ही लगता है। इसलिए इसे काशी का पशुपतिनाथ भी कह दिया जाता है। इस दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री काशी विश्वनाथ धाम पर बनी फिल्म देखने के साथ ही नेपाली समुदाय के लोगों के साथ बैठक भी करेंगे।

जरदोजी के अंगवस्त्रम से हुआ स्वागत

वाराणसी आगमन के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा का स्वागत GI क्राफ्ट जरदोजी के बने अंगवस्त्रम से हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें यह भेंट किया। अंगवस्त्रम को तैयार कराने वाले वाराणसी के पद्मश्री डॉ. रजनीकांत ने बताया कि इस पर एक तरफ भारत और दूसरे तरफ नेपाल का झंडा बना है और दोनों देश का नाम लिखा गया है। लल्लापुरा के जरदोजी कारीगर शादाब ने इसे तैयार किया है।