Tuesday, September 23

प्रदूषित पानी पीने को मजबूर:जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीण प्रदूषित पानी पीने को मजबूर

हर घर जल पहुंचाने के लिए जल निगम के माध्यम से घरों में पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए प्रत्येक पंचायत स्तर पर पानी की टंकी बनाई गई है। इसके माध्यम से पाइप लाइन बिछाकर घरों में कनेक्शन दिए गए हैं लेकिन जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणजन प्रदूषित पानी पीने काे मजबूर हैं। सगड़ बांध से लगभग 30 ग्राम पंचायतों में पेयजल की सप्लाई की जा रही है। जल निगम की देखरेख में यह कार्य किया जा रहा है।

जल निगम द्वारा ग्राम हड़ा में मंदिर के पास एक टैंक का निर्माण किया है। इसमें पानी का स्टोर कर पाइप लाइन के माध्यम से 3 गांवों में पेयजल की सप्लाई की जाती है। इस टैंक का ढक्कन खुला होने से उसमें कचरा गिरता रहता है। इससे पानी प्रदूषित होता है। प्रदूषित पानी को ग्रामीण जन पीने के लिए उपयोग कर रहे हैं। एक वर्ष में पानी की टंकी के आसपास बाउंड्रीवाल भी अधूरी पड़ी है। इससे कोई भी ग्रामीण या बच्चा पानी की टंकी पर आसानी से पहुंच जाते हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि जल निगम ने एक वर्ष से पानी की टंकी की सफाई भी नहीं की है। इससे उसमें धूल मिट्टी भी पड़ी है। मंदिर आने वाले गांव के बच्चे भी पानी की टंकी पर लगी सीड़ी से चढ़ जाते हैं। इस संबंध में जल निगम सगड़ बांध साइड इंजार्च दिनेश पाठक का कहना है कि कंपनी की ओर से एक गांव के लड़के को पानी की सप्लाई बंद चालू करने के लिए लगाया है। प्रत्येक महीने टंकी की सफाई होती है। बाउंड्रीवाल को अधूरी छोड़कर ठेकेदार चला गया है। आगे का कार्य किसी और से कराया जाएगा।