Wednesday, September 24

डीजे पर प्रतिबंध लगाने की मांग:ढोल बैंड संचालक बोले- डीजे पर प्रतिबंध लगाया जाए, तेज आवाज से जीना दूभर

बैंड बाजे और ढोल संचालकों ने डीजे पर प्रतिबंध लगाने की मांग की ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि डीजे साउंड की तेज ध्वनि के कारण शहर के लोगों का सड़क पर चलना एवं घरों के अंदर रहना मुश्किल हो रहा है। उसके साउंड ध्वनि प्रदूषण के कारण बुजुर्गों एवं नौनिहाल बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। इससे बीमारियां फैल रही हैैं। वर्तमान में शासन की गाइड लाइन से हटकर डीजे साउंड सुबह से पूरी रात्रि में मनमर्जी अनुसार उपयोग किया जा रहा है। इससे आम लोग परेशान हैं।

इन दिनों छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हुए हैं। अस्पताल के मरीजों, स्कूल एवं कालेजों के विद्यार्थियों को पढ़ाई में व्यवधान पैदा हो रहा है। दूसरी तरफ से सड़क का यातायात जाम होता है। डीजे साउंड के कारण छोटे-छोटे ढोल एवं बैंड वाले बेरोजगार हो गए हैं। उनके पास ढोल एवं बैंड के अलावा अन्य कोई व्यवसाय नहीं बचा है जिससे उनका परिवार भुखमरी की कगार पर है। इससे डीजे पर प्रतिबंध लगाया जाए।