भारतीय किसान संघ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम रोशन राय को ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई कि केसीसी ऋण जमा करने की तारीख बढ़ाकर 28 मार्च से 15 मई की जाए क्योंकि किसानों की उपज मार्च तक तैयार नहीं हो पाती। फिर उसे बेचकर कैसे ऋण जमा कर सकते हैं। साथ ही समय पर ऋण जमा करने वाले किसानों को 1 सप्ताह में नया केसीसी ऋण उपलब्ध कराया जाए क्योंकि वर्तमान में किसानों द्वारा समय पर ऋण जमा करने के बाद भी उनको अगला ऋण लेने के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं।
एक दो महीने बाद उनको अगला ऋण दिया जाता है। इस कारण परेशानी होती है। सही समय पर ऋण जमा करने वालों को जल्द ही अगला ऋण उपलब्ध कराया जाए। इससे उनका विश्वास बैंक व्यवस्था पर बना रहे। किसानों से गेहूं खरीदी केंद्र पर 50 प्रतिशत राशि केसीसी ऋण में काटने का जो आदेश दिया गया है। इस आदेश को लागू न किया जाए।
खरीफ-फसल में काफी विसंगतियां, जिन्हें दूर करना जरूरी
खरीफ फसल 2020 के प्रधानमंत्री फसल बीमा में विसंगतियां हैं। जैसे पटवारी हलका में नुकसान के हिसाब से बीमा क्लेम नहीं मिलना, एक ही पटवारी हलका में नुकसान के हिसाब से दो तरह का बीमा क्लेम आना, कुछ किसानों का बैंक ने प्रीमियम राशि खाते से काट लिया लेकिन उन्हें बीमा प्राप्त नहीं हुआ। इस मामले में बैंकों द्वारा किसानों को संतोषजनक जबाव नहीं दिया जा रहा है।
बीमा कंपनी द्वारा लिस्ट जारी नहीं की जा रही है। इससे किसानों में असंतोष है। इसी प्रकार 2019 खरीफ फसल बीमा क्लेम में कुछ किसानों को अब तक बीमा की राशि नहीं मिली। किसानों की समस्याओं का तत्काल निराकरण कराया जाए।