कृषि उपज मंडी मिर्जापुर का परिसर बुधवार को खचाखच भर गया। रबी सीजन की पहली बंपर आवक से व्यवस्थाएं भी गड़बड़ा गईं। दो दिन से मंडी में अपनी नीलामी का इंतजार कर रहे किसान निराश हो गए। भीड़ की वजह से कई किसानों की उपज की नीलामी नहीं हो पाई।
मंडी में 35 हजार क्विंटल से ज्यादा की आवक हुई। सबसे ज्यादा आवक गेहूं की थी। बुधवार को किसानों को उपज के दाम भी अच्छे मिले। व्यापारियों के अनुसार बुधवार को सीजन की सबसे ज्यादा आवक थी। करीब 800 ट्रालियों की आवक होने से मंडी परिसर भर गया था। वहीं कई ट्रालियों को मंडी में अंदर आने में परेशानी हुई।
शेष रह गई 200 ट्राली उपज की आज होगी नीलामी
कृषि उपज मंडी के सचिव कमल वगबैया का कहना है कि बुधवार को ज्यादा संख्या में किसान आए। इस वजह से 200 ट्रालियों की नीलामी नहीं हो सकी। इनकी नीलामी अब गुरुवार को होगी। किसान राधे कुशवाह ने बताया कि मंडी में मंगलवार दोपहर को आए थे। नीलामी नहीं हुई तो बुधवार को भी रुके रहे। मुश्किल से नीलामी हो पाई।
27 हजार क्विंटल से ज्यादा गेहूं की आवक, दाम 3621 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे
बुधवार को मंडी में 27 हजार 338 क्विंटल गेहूं की आवक हुई। इसमें 340 क्विंटल शरबती गेहूं की आवक हुई। इसके दाम 2280 से 3621 रुपए क्विंटल तक रहे। 1544 गेहूं की आवक 26801 क्विंटल हुई। इसके दाम 2060 रुपए से लेकर 2701 रुपए प्रति क्विटंल तक रहे।
मालवा शक्ति गेहूं की आवक 197 क्विंटल रही, जिसके दाम 1870 से लेकर 2010 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। इसके अलावा चना की आवक 2106 क्विंटल रही। चना के दाम 3800 रुपए से लेकर 5003 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। मसूर की आवक 1283 क्विंटल रही। मसूर के दाम 5041 रुपए से लेकर 6421 रुपए तक रहे।
अवकाश से 9 दिन नहीं होगी खरीदी
अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष राधेश्याम माहेश्वरी ने बताया कि 26 मार्च से मंडी में अवकाश रहेगा। इसके बाद मंडी में नीलामी 4 अप्रैल को होगा। उन्होंने बताया कि 26 मार्च को महीने का चौथा शनिवार, 27 को रविवार, 28 मार्च को मां कर्मा जयंती का अवकाश रहेगा। वहीं 29 मार्च से 1 अप्रैल तक लेखा बंदी और बैंक अवकाश रहने के कारण उपज की नीलामी नहीं हो पाएगी। 2 अप्रैल शनिवार को नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। इस दिन मंडी में व्यापारी सिर्फ पूजा अर्चना करेंगे। वहीं 3 को रविवार रहेगा।