लंबे समय के बाद रविवार को क्षेत्र में कांग्रेस का प्रभावी प्रदर्शन दिखाई दिया। लोकतंत्र सम्मान दिवस के दौरान निकाले गए जुलूस में 100 से अधिक कांग्रेसी शामिल हुए। कांग्रेसियों ने तख्तियां भी थामी और प्रदेश भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। 20 मार्च 2020 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया था। ये सरकार 15 महीने चली थी। इसके बाद प्रदेश में सत्ता की बागडोर भाजपा के पास आ गई थी।
अपनी सरकार से नाराज कांग्रेसियों ने हर साल 20 मार्च को लोकतंत्र सम्मान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। जिसकी शुरूआत पिछले साल से ही हुई। इस बार भी कांग्रेस संगठन द्वारा रविवार को लोकतंत्र सम्मान दिवस पर रैली का आयोजन रखा।
इस आयोजन की सफलता के लिए ब्लाक कांग्रेस और नगर कांग्रेस कमेटी ने लगातार मशक्कत की। इसका असर रविवार को दिखाई दिया। लंबे समय बाद कांग्रेस के किसी प्रदर्शन में 100 से अधिक कांग्रेसी एकजुट दिखाई दिए। दोपहर में 12.30 बजे कांग्रेस का यह प्रदर्शन जुलूस छतरी चौराहे से शुरू हुआ। कांग्रेसियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जुलूस की शुरूआत की। इसके बाद का कुछ कांग्रेस नेता जहां पैदल चल रहे थे तो उनके पीछे अधिकांश कांग्रेस बाइक पर सवार होकर नारेबाजी कर रहे थे।
मुख्य बाजार से होते हुए पहुंचे पुराना बस स्टैंड
कांग्रेस का यह प्रदर्शन जुलूस बामौरा रोड, कस्टम पथ, कठाली बाजार, सराफा बाजार, कपड़ा बाजार, चांदनी चौक, कोर्ट गेट और राज बाजार होते हुए पुराना बस स्टैंड पर पहुंचा। इस दौरान जगह-जगह पर कांग्रेस नेताओं ने नुक्कड़ सभी कर भाजपा को कोसा। पुराना बस स्टैंड पर स्थित बाबा अंबेडकर की रोटरी में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कांग्रेसियों से संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प भी लिया।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस सचिव विनोद सेन, इरशाद गौरी, अवधनारायण श्रीवास्तव, केसर खान, अशोक त्यागी, अयूब राणा, राकेश शर्मा, ज्योतेन्द्र जोशी, रजत गौड़, कमल सिंह यादव तथा नरेन्द्र रघुवंशी आदि उपस्थित थे।
भाजपा को बताया सौदेबाजों की पार्टी
प्रदर्शन जुलूस में शामिल अधिकांश कांग्रेसियों ने अपने हाथों में तख्तियां थाम रखी थी। जिस पर भाजपा को सौदेबाजों की पार्टी बताने के साथ ही अन्य नारों का उल्लेख था। पैदल चल रहे कांग्रेस नेताओं द्वारा बारी-बारी से माइक थाम कर भाषण भी दिया जा रहा था। जिसमें वे कमलनाथ सरकार गिराने में भाजपा द्वारा नैतिक मूल्यों और मर्यादाओं को ताक में रखने की बात कह रहे थे।
ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र पाटीदार ने कहा कि मप्र में पहली बार ऐसी स्थिति बनी थी कि जब किसी सरकार को जनता ने नहीं बदलते हुए सौदे बाज नेताओं द्वारा बदला गया हो। प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार जनता की नहीं बल्कि सौदेबाजों की सरकार है। जनता हमारे साथ है और लोकतंत्र विरोधी सरकार को फिर बदलेगी।
नहीं आए ब्लाक अध्यक्ष का विरोध करने वाले कांग्रेस नेता
हाल ही में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा ब्लाक और नगर कांग्रेस अध्यक्ष के नामों की घोषणा की है। इसके बाद कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा ब्लाक अध्यक्ष नरेन्द्र पाटीदार का प्रभावी विरोध किया। ये विरोध प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह तक पहुंचा। जिन नेताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है। वे रविवार को हुए प्रदर्शन के दौरान भी नदारद दिखाई दिए।