किसानों के सामने इस बार फसल काटने का संकट खड़ा हो गया है। तेज गर्मी के कारण फसल लगातार सूख रही है। बाहर से मजदूर कम आए हैं। लोकल मजदूर 300 रुपए प्रतिदिन मजदूरी मांग रहे हैं। खेत में खड़ी मसूर के दाने झड़ कर न गिर जाएं इसलिए किसान पौधों पर पानी का छिड़काव कर रहे हैं। इससे पौधे गीले हो जाएं और दाने खेत में न गिर सकें। गर्मी के कारण मसूर की फसल तेजी से सूख रही है।
कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इस कारण किसानों के सामने संकट की स्थिति खड़ी हो गई। इसके चलते ग्राम भर्री के वीरेंद्र बालोटिया अपने खेत की मसूर में पानी का छिड़काव कर मसूर कटवा रहे हैं। इसी गांव के जगोल कुशवाह का कहना है कि मसूर कटाई के पहले उस पर पानी का छिड़काव करने से मसूर काटते समय खेत में झड़ती नही है और नुकसान भी नहीं होता।
योगेश अहिरवार नहीं बताया कि इस बार बाहर से फसल काटने के लिए मजदूर कम आए हैं। एक साथ सभी की फसल कटने तैयार हो चुकी है। मजदूरों की कमी होने के कारण मौके का फायदा लेकर स्थानीय लोग 300 रुपए रोजाना मजदूरी लेकर मसूर काट रहे हैं। तेज धूप पड़ने के कारण फसल जल्द आ गई है। इस कारण दाने खेत में गिर रहे हैं। इस कारण पौधों पर कीटनाशक यंत्र से पानी का छिड़काव कर रहे हैं।