मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा जो शीघ्र ही मेडिकल शिक्षा की पढ़ाई हिन्दी में प्रारंभ कराएगा। यह बात प्रभारी मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने विदिशा में आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रशिक्षण को संबोधित करने के दौरान कही।
विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि विश्व के कई देश चिकित्सा के क्षेत्र में टॉप 5 में है। जिसका कारण है कि वहां मेडिकल की पढ़ाई मातृभाषा में कराई जाती है। उन्होंने मेडिकल चिकित्सा के फाउण्डेशन कोर्स में मूल्य आधारित देश की महान विभूतियों के जीवन पाठ्यक्रम को सम्मिलित कर अध्यापन कार्य कराए जाने पर भी गहन प्रकाश डाला है।
प्रभारी मंत्री सारंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक विचार नहीं दर्शन है। महिलाएं सशक्ति हैं का संदेश भारतवर्ष में अनादिकाल से प्रचलित है। महिलाएं समाज विकास की धूरी है। उन्होंने बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा मिलने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के जरिए कार्यों में सुगमता हो, इसके के लिए प्रारंभित बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा ईसीसीई के कई उपबंधों को रेखांकित किया।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि बच्चों का सही निर्माण ही आंगनबाड़ी की प्रथम कड़ी है। कार्यक्रम को विद्याभारती मध्यक्षेत्र के कई पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। प्रभारी मंत्री सारंग सहित अन्य अतिथियों ने आयोजन स्थल पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा ;ईसीसीईद्ध आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के मार्गदर्शन के लिए तैयार पुस्तिका का विमोचन किया।
कार्यक्रम में यह लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की उपाध्यक्ष डॉ श्रीमती रमा मिश्रा, टास्क फोर्स स्कूल शिक्षा विभाग की सदस्य सुश्री रेखा चूड़ासमा के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि, महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।