भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आैर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के दस साल के कार्यकाल में विधानसभा सचिवालय में नियमविरुद्ध हुई नियुक्तियों की छानबीन पुलिस ने शुरू कर दी है। इस संबंध में जहांगीराबाद सीएसपी सलीम खान ने सोमवार को विधानसभा सचिव उमाशंकर रघुवंशी आैर उप सचिव एसएल मैथिल से मुलाकात कर नियुक्तियों से संबंधित रिकॉर्ड मांगा है।
इस बीच सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने जहांगीराबाद थाने में एक आवेदन दिया है। इसमें उल्लेख है कि डिप्टी मार्शल नरेंद्र शर्मा आैर नरेंद्र मिश्रा की नियुक्ति भी विधानसभा सचिवालय में नियमविरुद्ध हुई है।
विधानसभा सचिवालय को नोटिस
वर्ष 1993 से 2003 के बीच नियमविरुद्ध 17 नियुक्तियाें के मामले में जहांगीराबाद पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इस संबंध में एक नोटिस विधानसभा सचिवालय को दिया है। सीएसपी खान का कहना है कि विधानसभा से दस्तावेज मिलने के बाद उनकी स्क्रूटनी की जाएगी। यदि गड़बड़ी में अन्य लोगों की भूमिका पाई जाती है तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा।
वर्ष 1993 से 2003 के बीच नियमविरुद्ध 17 नियुक्तियाें के मामले में जहांगीराबाद पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इस संबंध में एक नोटिस विधानसभा सचिवालय को दिया है। सीएसपी खान का कहना है कि विधानसभा से दस्तावेज मिलने के बाद उनकी स्क्रूटनी की जाएगी। यदि गड़बड़ी में अन्य लोगों की भूमिका पाई जाती है तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा।
कांग्रेस ने दिए रघुनंदन शर्मा के बेटे और नरेंद्र सिंह तोमर के निज सचिव के नाम
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने पुलिस में शिकायत की है कि डिप्टी मार्शल नरेंद्र शर्मा बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा के बेटे हैं जबकि नरेंद्र मिश्रा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निज सचिव थे। दोनों की नियुक्ति नियमविरुद्ध हुई है। यादव ने यह नियुक्तियां बीजेपी कार्यकाल में होने का आरोप लगाया है। डीआईजी डी. श्रीनिवास वर्मा का कहना है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष द्वारा की गई शिकायत को भी जांच में शामिल किया गया है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने पुलिस में शिकायत की है कि डिप्टी मार्शल नरेंद्र शर्मा बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा के बेटे हैं जबकि नरेंद्र मिश्रा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निज सचिव थे। दोनों की नियुक्ति नियमविरुद्ध हुई है। यादव ने यह नियुक्तियां बीजेपी कार्यकाल में होने का आरोप लगाया है। डीआईजी डी. श्रीनिवास वर्मा का कहना है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष द्वारा की गई शिकायत को भी जांच में शामिल किया गया है।